वर्ष 2019 से जांच एजेंसी को चकमा दे रहा था चकमा
रक्सौल ( मोतिहारी ) : भारत-नेपाल के सीमावर्ती शहर रक्सौल के रास्ते नेपाल में प्रवेश करते समय पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक के 4355 करोड़ स्कैम के मुख्य आरोपी बैंक के डायरेक्टर दलजीत सिंह बल को इमीग्रेशन के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। दलजीत देश छोड़कर भागने के फिराक में था। जिसे बुधवार की देर संध्या इमिग्रेशन के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर उसके मनसूबों पर पानी फेर दिया है। जिसकी सूचना इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (इओडब्ल्यू) को दी गई है। टीम गुरुवार को रक्सौल पहुंचेगी।
नेपाल के रास्ते कनाडा जाने के फिराक में था
बताया जा रहा है कि वह नेपाल के रास्ते कनाडा जाने के फिराक में था। वर्ष 2019 में उक्त राशि का घोटाला उजागर हुआ था। जिसको लेकर गठित ईओडब्ल्यू की टीम जांच कर रही थी। इस दौरान दलजीत सिंह बल जांच एजेंसियों को चकमा देकर फरार हो जाता था। हालांकि पूछताछ के दौरान दलजीत ने बताया है कि वह देश छोड़कर नेपाल के रास्ते कनाडा भगाने के फिराक में था। महाराष्ट्र से रक्सौल बॉर्डर तक आसानी से पहुंच गया था।
नेपाल में प्रवेश करने से 200 मीटर पहले ही दबोच लिए गये
नेपाल में प्रवेश करते समय 200 मीटर पहले ही इमिग्रेशन विभाग ने गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों की मानें तो जांच टीम पटना पहुंच चुकी है। इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ नहीं बोल रहा है। हालांकि इमिग्रेशन डीएसपी ए के पंकज ने बताया कि सूचना मिली थी जिसके आधार पर हमलोग जांच कर रहे थे। इस दौरान मुख्य आरोपी डायरेक्टर दलजीत सिंह बल को गिरफ्तार किया गया है। इसकी सूचना जांच एजेंसी को दे दी गई है। रक्सौल पहुंचते ही उन्हें सौंप दिया जाएगा।