Friday, May 17 2024

तीन दिन से गायब प्रधानाध्यापक का शव कावर झील से किया गया बरामद

FIRSTLOOK BIHAR 22:58 PM बिहार

छौड़ाही (बेगूसराय) : तीन दिन पहले रहस्यमय तरीके से गायब हुए छौड़ाही ओपी क्षेत्र के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय दुर्गास्थान परोड़ा के प्रभारी प्रधानाध्यापक रामचंद्र यादव का शव कावर झील इलाके से शुक्रवार की सुबह बरामद हुआ। जहां से शव बरामद हुआ उसके 10 किलोमीटर परिधि में आबादी नहीं है। वहां एक पेड़ पर झोपड़ी एवं उसके अंदर रखे देसी शराब बनाने का सामान भी देखा गया। इससे मौत की गुत्थी उलझ गई है। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दी है।

प्रभारी प्रधानाध्यापक गढ़पुरा थाना क्षेत्र के मेसना गांव के रहने वाले थे। प्रभारी प्रधानाध्यापक रामचंद्र यादव के परिजनो के अनुसार वह बुधवार को अपने कार्यस्थल छौड़ाही ओपी क्षेत्र के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय दुर्गा स्थान परोड़ा गए थे। वहां के रजिस्टर के मुताबिक उन्होंने हाजिरी बनाया। फिर विद्यालय उपरांत अपनी बाइक से विद्यालय से चले गए थे, लेकिन वह घर नहीं पहुंच पाए। परिजन एवं परोड़ा के अन्य ग्रामीणों द्वारा बुधवार संध्या से गुरुवार दिन भर उनकी खोज की। लेकिन प्रधानाध्यापक का कहीं पता नहीं चल पाया। गुरुवार की रात 8:00 बजे के लगभग काबर से लौटे मछुआरों ने कावर झील में 5 किलोमीटर अंदर सुनसान जगह पर एक बाइक लावारिस हालत में पड़े रहने की सूचना दी। सूचना मिलते ही ग्रामीण खोजते खोजते बाइक तक पहुंचे। काफी देर तक खोजबीन के बाद भी प्रधानाध्यापक नहीं मिल पाए। लोगों को अनहोनी की घटना घटने की आशंका प्रबल हो उठी। शुक्रवार सुबह मछुआरों ने बाइक बरामद स्थल से 1 किलोमीटर अंदर पानी में एक लावारिस हेलमेट पहने शव मिलने की सूचना ग्रामीणों को दी।

मौत पर तरह तरह की चर्चा

शव बरामद स्थल तक नाव से ही जाया जा सकता है। छौड़ाही एवं गढ़पुरा पुलिस स्थानीय ग्रामीण एवं मछुआरों के सहयोग से पानी से निकाल नाव पर लाद शव को बाहर किया। सब देखते ही प्रभारी प्रधानाध्यापक रामचंद्र यादव के परिजनों ने दहाड़ मार कर रोते हुए उन्हीं के शव होने की पुष्टि की। शव के सिर में हेलमेट लगा हुआ था ।जूता आदि सभी वस्त्र ठीक-ठाक थे। उपस्थित लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं चल रही थी।

पेड़ पर झोपड़ी व शराब बनाने का सामग्री मिला

लोगों का कहना था कि जहां शव बरामद हुआ है उससे थोड़ा आगे पानी में एक बड़ा पेड़ है। पेड़ पर एक झोपड़ी बनी है। जिसमें गैस सिलेंडर देगची आदि देसी शराब बनाने का समान रखा हुआ है। वही कई लोग प्रभारी प्रधानाध्यापक की बाइक 3 माह पहले लुटेरों द्वारा गढ़पुरा थाना क्षेत्र से लूट लेने की चर्चा कर रहे थे। लोगों का कहना था कि शिक्षक की दूसरी बाइक सही सलामत थी। किसी रंजिश बस हत्या कर इस सुनसान जगह पर सब फेंक दिया गया है। अब पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकता है। लेकिन इस सुनसान जगह पर पेड़ पर शराब बनाने का सामग्री देखे जाने से छौड़ाही पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़ा हो गया है।

ओपी अध्यक्ष ने कहा मौत की गुत्थी जल्द सुलझ जायेगी

इस संदर्भ में छौड़ाही ओपी अध्यक्ष राघवेंद्र कुमार का कहना था कि रात में ही बाइक बरामद की गई थी। अंधेरा होने के कारण शव बरामद नहीं हो सका था। सुबह ग्रामीणों के सहयोग से प्रधानाध्यापक का शव बरामद किया गया है। मौत का कारण क्या है यह पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा। 3 दिन से गायब प्रभारी प्रधानाध्यापक के परिजनों ने इससे पहले लिखित सूचना नहीं दी थी। अब परिजनों के आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। मौत की गुत्थी जल्द ही सुलझ जाएगा।

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