जाने माने उद्योगपति व बजाज मोटर्स के संस्थापक राहुल बजाज का निधन शनिवार यानी 12 फरवरी को पुणे में हो गया। राहुल बजाज लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। राहुल बजाज ने बजाज समूह को आगे लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका जन्म 10 जून 1938 को कोलकाता में हुआ था। सरकार ने 2001 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी के करीबी रहे उद्योगपति जमनालाल बजाज के पोते थे ।
उनके पिता कमलनयन बजाज भी बड़े व्यापारी थे और वे इंदिरा गांधी के नजदीकी लोगों में थे। राहुल बजाज ने अपनी पढ़ाई दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से की। इसके बाद उन्होंने मुंबई से कानून की डिग्री भी हासिल की थी।
1965 में संभाली थी बजाज समूह की कमान
राहुल बजाज ने 1965 में बजाज समूह की कमान संभाली थी। राहुल बजाज ने कंपनी का नेतृत्व करते हुए चेतक नाम का बजाज स्कूटर बनाया। 1972 से कंपनी के गैर-कार्यकारी चेयरमैन का कार्यभार देखने लगे। राहुल बजाज के नेतृत्व में बजाज ऑटो का कारोबार 7.2 करोड़ रुपये से 12,000 करोड़ तक पहुंच गया। लेकिन विगत साल राहुल बजाज ने बजाज ऑटो के चेयरमैन का पद छोड़ दिया। उन्होंने अपनी बढ़ती उम्र को देखते हुए कंपनी के गैर-कार्यकारी चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद नीरज बजाज को नया चेयरमैन बनाया गया।
निडर स्वभाव के भी थे राहुल बजाज
राहुल बजाज अपने निडर स्वभाव व तेवर को लेकर भी काफी चर्चा में रहा करते थे। बताया जाता है कि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के सामने सरकार के बारे में तीखी आलोचना कर दी थी। राहुल बजाज ने अमित शाह से कहा था कि इस वक्त देश में लोगों के बीच खौफ का माहौल है।