Tuesday, May 21 2024

बिहार व झारखंड का आतंक नक्सली गेहूं दा को पुलिस ने ढ़ाई दशक बाद किया गिरफ्तार

FIRSTLOOK BIHAR 13:59 PM बिहार

गिरफ्तार नक्सली पर गया, औरंगाबाद और झारखंड के लातेहार में मामला दर्ज

गया : बिहार और झारखंड में आतंक बने नक्सलियों में एक मिथलेश मेहता और मिथलेश महतो उर्फ रोहित उर्फ अभिषेक उर्फ भिखारी उर्फ गेहूं दा को पुलिस ने गया जिले के आमस थाना क्षेत्र से सोमवार को गिरफ्तार किया है। इसका खुलासा करते हुए मंगलवार को वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पकड़ा गया नक्सली भाकपा माओवादी के केंद्रीय कोर कमेटी का सदस्य है। उसके ऊपर गया ,औरंगाबाद और झारखंड के कई जिलों में मामले दर्ज हैं।

24 साल पहले थामा था नक्सलियों का दामन

एसएसपी ने बताया कि आज से 24 साल पहले मिथिलेश भाकपा माओवादी में शामिल हुआ था। उसके बाद से लगातार संगठन से जुड़ गया और अभी वर्तमान में केंद्रीय कोर कमेटी का सदस्य है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली औरंगाबाद जिले के कुटुंबा थाना क्षेत्र अंतर्गत विष्णुपुर खैरा गांव का रहने वाला है। इलाज कराने के लिए निकला था।इसी क्रम में उसकी गिरफ्तारी की गई। नक्सली के शीर्ष नेता सूचना पर गया, औरंगाबाद सीआरपीएफ, कोबरा टीम गठित की गई। टीम ने अलग-अलग स्थानों पर घेराबंदी किए। जिले के आमस थाना क्षेत्र अंतर्गत डेलहो महापुर रोड के समीप घेराबंदी कर संदेह और हुलिया के आधार पर उस व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।

अलग- अलग नामों से देता था घटना को अंजाम

पूछताछ के क्रम में उसने अपना नाम मिथिलेश मेहता बताया था। उसके बाद पुलिस की जांच शुरू हुई। पकड़ा गया मिथिलेश मेहता अलग-अलग नामों से नक्सली कांड को अंजाम देता था। उसने बताया कि 1989 संगठन में शामिल हुए थे और लगातार अब तक माओवादी संगठन के लिए काम कर रहे थे। वर्ष 2004 में माओवादी के केंद्रीय कमेटी के सदस्य बने।पहली बार वर्ष 2001 में झारखंड राज्य के रंका थाना क्षेत्र में पुलिस माओवादी मुठभेड़ में शामिल हुए थे। इस कांड में वर्ष 2007 में झारखंड पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था जो लगातार 11 वर्षों तक जेल में रहकर सजा काटे थे। एसएसपी ने बताया कि अगस्त 2018 में जेल से छूटने के बाद पूरा नक्सली गतिविधियों में सक्रिय हो गए। वर्ष 2019 और 2020 गया के चक्र बंदा क्षेत्र में रहकर नक्सली गतिविधियों को संगठित करने का काम कर रहा था। फरवरी 2020 जिले के बांके बाजार थाना अंतर्गत सोनदाहा गांव में सरकारी भवन को विस्फोट किया। अप्रैल 2020 में धनगाई थाना क्षेत्र के झाझी गांव में पुलिस पार्टी पर नक्सलियों का हमला में वह शामिल था। इसी तरह झारखंड के लातेहार जिले में बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों देख रहे थे। एसएसपी ने बताया कि बीते दिनों मुनावर की जो हुई घटना से भी नक्सली को जोड़कर देखा जा रहा है।उस बारे में साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं। साथ ही अलग-अलग घटनाओं में शामिल है। इसकी जांच पड़ताल की जा रही है। उसके खिलाफ में गया जिले के धनगाई,रोशनगंज लातेहार के बालूमाथ, गारू, छिपादोहर, मनिका, हजारीबाग के सदर थाना, औरंगाबाद के कुटुंबा और झारखंड के रंका गढ़वा में मामला दर्ज है।

एसएसपी ने कहा पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि

एसएसपी ने माना कि पुलिस की बहुत बड़ी उपलब्धि है। जो पिछले ढाई दशक से नक्सलियों के लिए काम कर रहा था। उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली है निश्चित रूप से इसकी गिरफ्तारी के बाद नक्सली संगठन टूटी है। इस नक्सली के बारे में झारखंड और बिहार सरकार द्वारा घोषित इनाम की भी जानकारी ली जा रही है।

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