Friday, May 17 2024

एलएन मिश्रा कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट में नेशनल सेमिनार का आयोजन

FIRSTLOOK BIHAR 17:52 PM बिहार

याद किये गये संस्थान के संस्थापक डाॅ जगन्नाथ मिश्र

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित ललित नारायण मिश्र कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट में शुक्रवार को नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का शीर्षक- ‘राष्ट्रीय एकता एवं राष्ट्रीय सद्भाव में शिक्षा की भूमिका’ बहुत ही महत्वपूर्ण विषय रहा है। सेमिनार के मुख्य अतिथि डाॅ प्रमोद कुमार, महाविद्यालय के कुलसचिव डॉ कुमार शरतेन्दु शेखर, प्राचार्य डॉ एआर खान ने पहले महाविद्यालय के संस्थापक डाॅ जगन्नाथ मिश्र की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा उन्हें उनकी कृति के लिए याद किया। तदुपरांत नेशनल सेमिनार को दीप जलाकर विधिवत उद्घाटन किया। दीप प्रज्जवलन के साथ ही आशुतोष द्विवेदी एवं निशु झा ने मंगलाचरण गायन प्रस्तुत किया। बीएड एवं एमएड के छात्राओं ने स्वागत और अभिनन्दन गान के साथ ही सरस्वती बंदना, गान सह नृत्य के द्वारा सभागार में सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीत एवं नृत्य का नेतृत्व संगीत शिक्षिका बबली कुमारी ने किया। मंच संचालक डाॅ विनय कुमार ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों का स्वागत सह परिचय बेहतर तरीके से कराया।

शिक्षक की भूमिका पर डाला प्रकाश

आज के भारत की जरूरत है अखंडता में एकता, अनेकता में एकजुटता बनाये रखना। इसी विषय पर यह सेमिनार आयोजित है। महाविद्यालय के प्राचार्य/डीन (शिक्षा संकाय) डा एआर खान ने सभी आगत अतिथियों का स्वागत अपने मृदुल उद्गार व्यक्त कर किया। उन्होंने राष्ट्रीय एकता एवं सद्भाव में शिक्षा एवं शिक्षक की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रीयता, देश प्रेम एवं भाई-चारा पर जोर डाला।

राष्ट्रीयता की भावना को मजबूत करने पर बल

महाविद्यालय के कुलसचिव डॉ कुमार शरतेन्दु शेखर ने देश की मजबूती के लिए राष्ट्रीयता की भावना को और विकसित करने एवं शिक्षक-शिक्षा के द्वारा मजबूत बनाने पर जोर दिया। डाॅ श्याम आनन्द झा ने शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मानव सेवा होनी चाहिए।

पुरानी संस्कृतियों को अक्षुण्ण रखने की जरूरत

डाॅ मृणालिनी ने राष्ट्रीय एकता एवं राष्ट्रीय सद्भाव में शिक्षा की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत की एकता, उसकी पुरानी संस्कृतियों को अक्षुण्ण बनाने की बात कही। उन्होंने शिक्षा को रोजगार के साथ-साथ नैतिकता के साथ जोड़ने की बात कही।   

पहले राष्ट्र, फिर धर्म

सेमिनार के मुख्य अतिथि बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कॉलेज निरीक्षक डाॅ प्रमोद कुमार ने कहा कि देश में एकता एवं सद्भाव बनी रहनी चाहिए। सभी मजहब के लोग आपस में भाई-चारा बना के रखें। पहले राष्ट्र फिर धर्म या जाति-पाति। हमारे संविधान ने सभी नागरिकों को समानता का अधिकार दिया है। सभी धर्मों को समान भाव से देखा है। भारत को अक्षुण्ण बनाने के लिए सभी देशवासियों को एकजुट रहने की आवश्यकता है। क्योंकि राष्ट्र सर्वोपरि है।

शिक्षा के पश्चिमीकरण पर प्रहार

डाॅ कुमार ने भारतीय शिक्षा की पश्चिमीकरण पर करारा प्रहार किया। उन्होंने मैकाले की शिक्षा पद्धति को दोषपूर्ण बतलाया। उन्होंने रवीन्द्र नाथ टैगोर की शिक्षा पद्धति का वकालत किया। उन्होंने युवाओं को राष्ट्रपरक शिक्षा से जोड़ने की बात कही। उन्होंने भारत की एकता एवं विकास में गरीबी, बेरोजगारी, भुखमरी, पलायनवाद को दोषी ठहराया। उन्होंने भारतीय शिक्षा पद्धति की वकालत की। जबतक नैतिक शिक्षा का समावेश नहीं होगा तबतक सही मानव का निर्माण नहीं होगा। देश को नस्लों, जात-पात धर्म के बवंडर से बचाने की बात कही। उन्होंने उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने एवं राष्ट्रीय एकता एवं सद्भाव पर जोर दिया। इसी क्रम में मंच संचालक डाॅ विनय कुमार ने उनकी शब्दों को आगे बढ़ाते हुए कहा- ‘मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना,  हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा।’ उद्घाटन सत्र के समापन पर सेमिनार के कान्वेनर डाॅ आरएन चौधरी ने सभी अतिथियों, मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, प्रतिभागी, छात्र-छात्राओं, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी, मीडिया के बंधु सभी के प्रति आभार प्रकट किया। सेमिनार के तकनीकी सत्र का आरंभ अपराह्न 01 बजे से हुआ। इस सत्र की अध्यक्षता डाॅ आरएन चौधरी ने किया। इस सत्र के आरंभ में डाॅ सुधीर कुमार झा ने स्वागत भाषण दिया एवं इस सत्र का संचालन किया।

तकनीकी सत्र को दो भागों में बांटा

तकनीकी सत्र को दो भागों में बाँटा गया। तकनीकी सत्र में 80 प्रतिभागियों ने अपना पेपर प्रस्तुत किया। काफी अच्छे विचार आये। राष्ट्रीय एकता से संबंधित कई आलेख आये। द्वितीय सत्र में डाॅ एआर खान ने राष्ट्रीय एकता पर अपनी विचार रखा एवं प्रतिभागी के साथ विचार-विमर्श किया। सेमिनार में कई विश्वविद्यालय के प्रतिभागी ने भाग लिया एवं अपने शोध तथा ज्ञान का आदान-प्रदान किया।

छात्रों ने दी मनमोहक प्रस्तुति

सेमिनार के उद्घाटन के अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बहुत मनमोहक प्रस्तुति दी। खासकर-निशु झा, शिखा सुमन, अंकिता, अंशिका, स्नेहल, प्रिया, अभिरूचि, प्रेरणा झा, सलोनी शिखा, सुनीता, निधि ठाकुर, निशा, शिवानी, आशुतोष द्विवेदी, तबला वादक सुनील कुमार ने जोरदार, दमदार प्रस्तुति दी।

महाविद्यालय के सभी शिक्षक डाॅ आरके झा, डाॅ रीमा सिंह, डाॅ अकील अजहर, डा वीणा गुप्ता, डाॅ नूतन कुमारी, डाॅ गीतांजली, डाॅ अर्चना श्रीवास्तव, कुमारी अर्चना ने अथक परिश्रम कर सेमिनार को बेहतर बनाने में योगदान दिया। शिक्षकेत्तर कर्मचारी, सुधीर सिंह, डाॅ राजीव कुमार, रहमान, शिव शेखर, मनोज कुमार, अनागिता आदि ने भरपुर सहयोग किया। सेमिनार की समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। समापन के उपरांत सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र दिया गया।      

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