Friday, May 17 2024

कैंसर के इलाज के लिए अब बाहर जाने की जरूरत नहीं : डाॅ रविकांत

FIRSTLOOK BIHAR 20:15 PM बिहार

मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच हॉस्पिटल में कंप्रीहेंसिव कैंसर केयर क्लीनिक के तहत आज किमोथीरेपी, पैलिएटिव केयर, पीडियाट्रिक ऑनकोलॉजी और कैंसर स्क्रीनिंग की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम के लिए बिहार सरकार के द्वारा बिहार के 38 जिलों में कैंसर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान के (NHM के तहत) लिए अनुदान दिया गया। जिसके तहत आज इसका उद्घाटन हुआ। इस मौके पर होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के प्रभारी डॉ रविकांत सिंह ने बताया कि उत्तर बिहार के लोगों को कैंसर के इलाज के लिए पहले अन्यत्र जगहों पर पलायन करना पड़ता था और इसमें कई ऐसे लोग होते है जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होते उनके लिए टाटा स्मारक केंद्र ने मुजफ्फरपुर में अपनी इकाई खोली है, ताकि सब्सिडी रेट में उनका इलाज सम्भव हो सके। इसके लिए अस्पताल आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सरकारी योजना के लाभ भी प्रदान कराने में मदद करती है। साथ ही उन्होंने बताया कि बिहार में 3 तरह की कैंसर (ओरल, ब्रेस्ट और सर्विक्स कैंसर) सबसे ज्यादा पाई जाती है। अगर समय से इसकी जांच की जाए तो आसानी से कैंसर को हद तक कम कर सकते है।

इस कार्यक्रम में सामुदायिक स्तर पर कैंसर को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिससे कैंसर को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतिया कम हुई है।

बिहार के छह जिलों में कीमोथेरेपी की शुरुआत

अब यह कार्यक्रम बिहार सरकार के सहयोग से बिहार के 38 जिलों में चलाया जा रहा है। इसके साथ ही 6 जिलों में कैंसर के मरीजों के लिए कीमोथेरेपी की शुरुआत की गई है।जिसमें नालंदा, पटना, मुज्जफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर और पूर्णिया है। इससे कैंसर के मरीजों को कीमोथेरेपी कराने के लिए अब ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा। बिहार सरकार के मदद से 6 जिलों निशुल्क कीमोथेरेपी मिलेगी।

छह जिलों में पेलिएटिव केयर की शुरुआत

डाॅ रविकांत सिंह ने बताया कि इसके साथ ही वे कैंसर के वह मरीज जिनका इलाज संभव नहीं है उनके लिए पेलिएटिव केयर की शुरुआत 6 जिलों में शुरू की गई है, ये जिला है सिवान, बेगूसराय, नालंदा, पटना, मुज्जफ्फरपुर और दरभंगा है। यह बिहार में अपने तरह का पहला कार्यक्रम है। इसी कार्यक्रम के तहत पटना के एसकेएमसीएच में इसकी शुरुआत की गई है। अब यहां टाटा मेमोरियल सेंटर के डॉ नरेश गुप्ता मेडिकल ऑनकोलॉजी, डॉ मेघा किरण हेड एंड नेक कैंसर, डॉ परिचय पीडियाट्रिक ऑनकोलॉजी के इलाज करेंगे। पीडियाट्रिक ऑनकोलॉजी के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि कैंसर के इलाज में सबसे ज्यादा सर्वाइवर रेट पीडियाट्रिक का ही है।

उत्तर बिहार में पीडियाट्रिक कैंसर का पहला डिपार्टमेंट

वहीं एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ बी एस झा ने कहा कि यहां एसकेएमसीएच के पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट के डॉक्टर भी टाटा मेमोरियल सेंटर की मदद से यहां इस सेंटर को चलाएंगे। पूरे उत्तर बिहार में पीडियाट्रिक कैंसर का यह पहला डिपार्टमेंट है ।

इस मौके पर टाटा मेमोरियल सेंटर से डॉ नरेश गुप्ता, डॉ शांतनु पवार, होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र मुजफ्फरपुर की उप अधीक्षक डॉ तूलिका गुप्ता, डॉ बुरहान, डॉ नेहा पांडेय आदि उपस्थित हुए।

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