नई दिल्ली : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू में 1960 करोड़ रूपए की कुल 263 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 500 करोड़ रूपए की लागत से 82 परियोजनाओं का लोकार्पण और 1460 करोड़ की लागत वाली 181 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा, केन्द्रीय मंत्री श्री जितेन्द्र सिंह और केन्द्रीय गृह सचिव सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि श्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी और प्रेमनाथ डोगरा को देश कभी भूल नहीं सकता क्योंकि अगर ये दोनों व्यक्ति ना होते तो जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ कभी स्थायी जुड़ाव नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को समाप्त करने के लिए सबसे पहला बलिदान श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने दिया था और श्री प्रेमनाथ डोगरा जी की अगुवाई में चले आंदोलन ने यहां की सरकार को झंझोड़कर रख दिया था। उन्होंने कहा कि इन दोनों महान विभूतियों ने जिस आंदोलन का नेतृत्व किया था उसे लॉजिकल अंत तक ले जाने का काम देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है।
हमेशा विकास से महरूम रहा है जम्मू-कश्मीर
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर हमेशा विकास से महरूम रहा है क्योंकि तीन परिवारों के शासन ने जम्मू-कश्मीर को विकास के मामले में अन्य राज्यों से काफी पीछे रखा था,लेकिन, 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पीछे रह गए जम्मू-कश्मीर को लगभग सबके बराबर लाने का काम किया है।
42 हजार लोग चढ़े आतंकवाद की भेंट
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 42 हज़ार लोग आतंकवाद की भेंट चढ़ गए और दिल्ली में किसी के माथे पर शिकन तक नहीं आती थी। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज आतंकवाद पर सुरक्षाबलों का संपूर्ण नियंत्रण दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में हड़ताल करने की किसी की हिम्मत नहीं है और ये बदलाव मोदी जी के मज़बूत नेतृत्व के कारण हुआ है। उन्होंने कहा कि पहले एक साल का बजट तक करोड़ों रूपयों का नहीं होता था लेकिन आज एक महीने में करोड़ों रूपयों के विकास कार्य पूरे होते हैं और ये अंतर जम्मू-कश्मीर में शांति प्रस्थापित होने से आया है।
श्री अमित शाह ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में लोगों के घरों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति होती है और ये बहुत बड़ा परिवर्तन है। उन्होंने कहा कि जब जनता परिवर्तन का स्वागत करती है तभी लोकतंत्र मजबूत होता है। उन्होंने कहा कि जिन तीन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद, पिछड़ापन और विकास की जगह अलगाववाद की राजनीति को बढ़ावा देने का काम किया, उन्हें पहचानने की आवश्यकता है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि शहरी विकास विभाग की 31 करोड़ रूपए की 14 परियोजनाएं, 402 करोड़ रूपए की लागत से 48 सड़कों का निर्माण, 168 करोड़ रूपए की लागत से जल जीवन मिशन और 1112 करोड़ रूपए की लागत से 41 योजनाएं जम्मू के हर गांव को सड़क से जोड़ने के लिए कई कार्यक्रम शुरू हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लगभग 77 लाख कार्ड दिए जा चुके हैं। सौभाग्य योजना के तहत 8 लाख 57 हज़ार ऐसे घरों में जहां आज़ादी के 75 सालों तक बिजली नहीं पहुंची थी, आज बिजली पहुंचाने का काम नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। उन्होंने कहा कि विकास की ये यात्रा उन लोगों को जवाब है जो कहते थे कि धारा 370 हटने से क्या हुआ है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एक हज़ार (PACS) पैक्स बनना बहुत बड़ी बात है क्योंकि उसी से किसानों का भला होता है।उन्होंने कहा कि जो विकास करना चाहते हैं वो सिर्फ विकास में श्रद्धा रखते हैं और जो भ्रष्टाचार करना चाहते हैं उन्हें विकास से कोई लेना-देना नहीं होता है।
श्री शाह ने कहा कि पहली बार मोदी ने कश्मीरी, डोगरी, उर्दू और हिन्दी को यहां प्रस्थापित भाषाओं के रूप में मान्यता देने का काम किया क्योंकि अगर शासन की भाषा स्थानीय होती है तो प्रशासन जवाबदेह बनता है।उन्होंने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाज़ी की घटनाएं नहीं होती हैं क्योंकि अब नरेन्द्र मोदी सरकार कठोरता के साथ विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रही है। श्री शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने आतंकवाद के विरूद्ध ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है जिससे प्रशासन में बैठे आतंकवाद के समर्थकों को पहचानकर उन पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि आतंकी घटनाओं में लगभग 54 प्रतिशत, सुरक्षाबलों की मृत्यु में 84 प्रतिशत और आतंकवादियों में शामिल होने वालों की संख्या में लगभग 22 प्रतिशत की कमी आई है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर के युवाओं के हाथों में पत्थर और बंदूक की जगह कम्प्यूटर और रोजगार देकर उन्हें आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया है। नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने वंचितों को अधिकार देने, डोमिसाइल कानून में बदलाव करने, प्रवासियों और शरणार्थियों का पुनर्वास करने और लगभग 5300 परिवारों को साढ़े पांच लाख रूपये तक की सहायता देने का काम किया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू में प्रधानमंत्री विकास पैकेज के अंतर्गत 80,000 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 63 परियोजनाएं बनाई गयी है। हाइड्रो पावर इलेक्ट्रिसिटी में 4,287 करोड़ रुपये की लागत से किरु परियोजना का काम प्रगति पर है। 4,633 करोड़ रुपये की कार योजना, 2,793 करोड़ रुपये की शाहपुर कुंडी और 11,908 करोड़ रुपये की लागत वाली पुंछ बिजली परियोजना पर काम जल्द शुरू होगा। उन्होने कहा कि इतना सारा विकास का काम पहले किसी ने नहीं किया जो नरेंद्र मोदी जी ने किया है। गृह मंत्री ने कहा कि हम सिर्फ वादा करने वाले लोग नहीं हैं बल्कि हम भ्रष्टाचार और आतंकवाद को समाप्त करना चाहते हैं और विकास करते हुए जम्मू-कश्मीर को पूरे देश में विकास की दौड़ में नंबर एक का राज्य बनाना चाहते हैं। श्री अमित शाह ने अनुरोध किया कि सरकार ने जो भी काम किए हैं लोगों को उन्हे खुली आँखों से देखना चाहिए।