डीएम की कार्रवाई से लापरवाह कर्मियों व चिकित्सकों में हडकंप
पटना : पटना डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर पदभार ग्रहण करने के साथ ही ऐक्शन में हैं . वे लगातार अलग-अलग सरकारी कार्यालयों व अस्पतालों का निरीक्षण कर रहे हैं. उनका निरीक्षण अचानक होता है, जो किसी को मालूम नहीं पड़ता की कब कहां पहुंचने वाले हैं. दानापुर अनुमंडल अस्पताल का निरीक्षण किया तो आधा दर्जन डॉक्टर ड्यूटी से गायब मिले. डीएम साहब के निरीक्षण में 7 डॉक्टर समेत 11 जीएनएम और तीन अन्य कर्मी ड्यूटी से नदारद पाए गए.
अनुमंडल अस्पताल में जिन डॉक्टरों की ड्यूटी थी वह मौजूद नहीं मिले. उनमें डॉ सुरेंद्र शरण, डॉ. श्वेता सिंह, डॉ. मनीष कुमार, डॉ. स्वीटी ठाकुर, डॉ. तहसीन अख्तर और डॉ. बलराम प्रसाद शामिल हैं. इन सभी से स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश अस्पताल के उपाधीक्षक को दिया है. इनके साथ साथ सभी जीएनएम और अन्य कर्मियों से भी जवाब तलब किया गया है.
अनुमंडल अस्पताल के निरीक्षण के बाद डीएम डाॅ चंद्रशेखर सिंह दानापुर लोक शिकायत निवारण कार्यालय पहुंचे. यहां ढाई सौ से ज्यादा लंबित मामलों को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई. डीएम ने निर्देश दिया कि मामलों का तुरंत निपटारा करें. इतना ही नहीं डीएम डाॅ सिंह थाने पहुंचे और वहां भूमि विवाद की सुनवाई का जायजा लिया. यहां 11 मामलों की सुनवाई के लिए नोटिस जारी किया गया था. डीएम के इस ऐक्शन से लापरवाह, अधिकारी, कर्मचारी व चिकित्सकों में हड़कंप मच गया है.
मुजफ्फरपुर में कई ऐसे काम कराये जिसपर कोई डीएम हाथ नहीं डाल पाते थे
जानकारी हो की मुजफ्फरपुर डीएम रहते डाॅ चंद्रशेखर सिंह ने कई ऐसे कार्य किये जो कई डीएम नहीं कर पाये थे . भगवानपुर ओवरवबृज के नीचे से अतिक्रमण हटवाकर सड़क चौड़ीकरण करवाया. यह काम काफी दिनों से लंबित था. करीब आधा दर्जन डीएम भगवानपुर ओवरवबृज के नीचे के अतिक्रमण को हटाने का हिम्मत नहीं जुटा पाये थे. इसी तरह मुजफ्फरपुर हाजीपुर फोरलेन के मामले को भी उन्होंने सुलझा दिया. मुजफ्फरपुर में रूटीन बनी जाम की समस्या को भी अतिक्रमण हटाकर समाप्त करा दिया था. ऐसे कई काम उन्होंने ने मुजफ्फरपुर में करवाया जो काफी समय से समस्या बना हुआ था. आज भी मुजफ्फरपुर के लोग उन्हें भुला नहीं पा रहे हैं.