आरा : राजद के प्रदेश महासचिव मनोज सिंह ने कहा कि अंबिका बाबू की प्रतिमा लगाने वाले जगह पर किसी दूसरे चीज का मूर्ति लगना सिर्फ अंबिका बाबू की ही नहीं बल्कि अंबिका बाबू के विरासत पर राजनीति करने वाले लोगों का भी अपमान है। मनोज सिंह ने जारी प्रेस बयान में कहा है कि अंबिका बाबू को किसी जाति,धर्म व मजहब से जोड़कर नहीं देखा जा सकता । अंबिका बाबू बराबर शोषित, पीड़ित व वंचित वर्ग की आवाज बनने का काम किया है। लेकिन जिनको उनका राजनीतिक विरासत मिला वह बेचारे राजनीतिक भोग में लगे रहते हैं। अंबिका बाबू के विचारों से उनको कोई लेना देना नहीं है। वो तो सत्ता में सिर्फ इसलिए आना चाहते हैं कि हम राजभोग करें ।अगर अंबिका बाबू से उनको लेना देना रहता तो प्रतिमा जरूर अब तक लग गया होता। मनोज सिंह ने कहा कि आदरणीय नेता लालू प्रसाद जी की सोच थी की अंबिका बाबू किसी जाति बिरादरी के नेता नहीं है। सबके लिए अंबिका बाबू थे। इसी सोच से उन्होंने यह जगह अपने सरकार में प्रतिमा लगाने के लिए तय कर आवंटित किया था। मनोज सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल और समाजवादी विचारधारा के लोग एक-एक पैसा चंदा इकट्ठा करके अंबिका बाबू की प्रतिमा लगाने का काम करेंगे।जिला प्रशासन तुरंत उस जगह को खाली करवाये नहीं तो इसके लिए आंदोलन होगा और जिला प्रशासन का घेराव किया जाएगा।