सीतामढ़ी : सीतामढ़ी डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में सोमवार को सभी संबधित विभाग के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। एईएस/जेई (चमकी बुखार)से निपटने एवं कोविड टीकाकरण को लेकर आवश्यक निर्देश दिया । डीएम ने कोविड वैक्सिनेशन के तहत प्रथम एवं द्वितीय चरण में किये गए टीकाकरण का विस्तृत समीक्षा किया । तृतीय चरण की शुरू की गई टीकाकरण की तैयारियों की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि विभाग से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में टीकाकरण सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने जेई एवं एईएस से निपटने को लेकर अब तक कि तैयारियो की भी समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में यह पाया गया की जेई का 92 प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है। सभी अस्पतालों में चमकी बुखार को लेकर बेड सुरक्षित है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले को जोन में बांटकर वरीय अधिकारियों को जबाबदेही दी जाएगी,वही प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी को नोडल बनाकर आशा,आंगनबाड़ी,जीविका आदि के साथ टैग किया जाएगा, जिससे पंचायत स्तर पर सघन मॉनिटरिंग हो सके।
सभी प्रखंडो का अपना व्हाटसअप ग्रुप भी बनाया जाएगा,ताकि पूरी समन्वय के साथ कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि चार विशेष रूप से प्रभावित प्रखंडो यथा रुन्नीसैदपुर, डुमरा,सोनवर्षा एवं नानपुर के लिए विशेष रणनीति बनाई जाएगी। सभी चारो प्रखंडो के लिए स्वास्थ्य विभाग के एक-एक वरीय पदाधिकारी को जवाबदेही दी जाएगी।
एम्बुलेंस के अतिरिक्त मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के वाहनों को भी टैग किया जाएगा। जिलाधिकारी ने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना अंतर्गत दिए गए वाहनों एवं उसकी संपर्क नंबर की पंचायतवार सूची उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करे ताकि उसे टैग किया जा सके एवं सुदूर गाँव के मरीजों को ससमय आवश्यक उपचार हेतु अस्पताल पहुचाया जा सके।
डीएम ने कहा कि चमकी बुखार को लेकर अविलम्ब मेगा प्रशिक्षण कैम्प का आयोजन करवाना सुनिश्चित करें ताकि आशा, आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका, जीविका आदि का उन्मुखीकरण किया जा सके। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि
AES/JE के सभी आवश्यक दवा एवं उपकरण की उपलब्धता सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हर हाल में सुनिश्चित करा लें।
सिविल सर्जन एवं पीएचसी प्रभारी को इसकी जबाबदेही दी गई। उन्होंने कहा की AES/JE के लिए प्रखंड स्तर पर सुरक्षित दो बेड की सभी व्यवस्थाओं का जायजा लेकर रिपोर्ट करे।
चिकित्सा पदाधिकारी एवं एएनएम की रोस्टर बना लें जो 24*7 क्रियाशील रहेंगे। जिलाधिकारी ने जिला स्तर पर एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्देश दिया।
जिले एवं प्रखंड स्तर पर एक कंट्रोल रूम स्थापित करने एवं उसके नंबर की आमलोगों तक जानकारी हेतु व्यापक प्रचार प्रसार करने का भी निर्देश जिलाधिकारी ने दिया।
जिला स्तर के कंट्रोल रूम में AES/JE से संबंधित
सभी प्रखंडों में एंबुलेंस का टैगिंग के साथ-साथ मुख्यमंत्री परिवहन योजना में दिए गए वाहनों का पंचायत वार संपर्क नंबर भी उपलब्ध करवाने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा की सभी संबधित विभाग आपस मे पूरी तरह से समन्वय बनाकर कार्य करेगे।।उक्त बैठक में सिविल सर्जन डॉ राकेश,निदेशक डीआरडीए मुमुक्ष चौधरी,डीपीआरओ परिमल कुमार,डीपीओ चांदनी सिंह, डीपीएम जीविका,डीएमओ डॉ रविन्द्र कुमार यादव, डीपीएम अशीत रंजन,एसएमओ सुरेंद्र चौधरी सहित कई वरीय अधिकारी उपस्थित थे।