पटना : स्वास्थ्य विभाग ने 12 जिलों में नये सिविल सर्जन को पदस्थापित किया है। शेखपुरा का नया सिविल सर्जन डॉ. राम नारायण राम को बनाया गया है। जिनकी मौत कोरोना संक्रमण से पिछले फरवरी माह में ही हो चुका है। रोहतास के बिक्रमगंज पीएचसी में पदस्थापित चिकित्सक डॉ. राम नारायण राम का निधन फऱवरी महीने में ही हो गया । इसके बाद उन्हें स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 8 मार्च को शेखपुरा का सिविल सर्जन बनाने की अधिसूचना जारी की गई है।
शेखपुरा के सिविल सर्जन डा.वीर कुंवर सिंह को पूर्णिया के क्षेत्रीय निदेशक का नया दायित्व दिया गया है। मृत अधिकारी को सिविल सर्जन के पद पर पदस्थापित करने को लेकर सरकार की आज विधानमंडल के दोनों सदनों फजीहत हुई।राजद के सदस्यों ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए सरकार पर जमकर हमला बोला।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने इसमें विभाग की लापरवाही स्वीकार किया है । उन्होंने कहा कि ट्रांसफर की प्रक्रिया में शामिल अधिकारी को शो कॉज किया गया है, अब कार्रवाई होगी। शेखपुरा के एसीएमओ को सिविल सर्जन का प्रभार दिया गया है। सिविल सर्जन की नियुक्ति-पदस्थापन की प्रक्रिया बनी है।इसमें समय लगता है।
मंगलवार को विधानसभा पहुंचे शेखपुरा के राजद विधायक विजय सम्राट ने बिहार में सिविल सर्जनों की तैनाती का मामला उठाते हुए कहा कि शेखपुरा के जिस सिविल सर्जन की तैनाती राज्य सरकार ने किया है उनकी मृत्यु फरवरी महीने में ही हो चुकी है.उनकी मौत का कारण कोरोना संक्रमण बताया गया था. विधायक ने बताया कि सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के तरफ से सिविल सर्जन का तबादला का एक नोटिफिकेशन जारी किया था. परिषद में यह सवाल राजद के सुबोध राय ने उठाया।