बेतिया : बेतिया जिलाधिकारी, कुंदन कुमार की अध्यक्षता में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 18-44 आयु वर्ग एवं 45 से उपर के आयु वर्ग के व्यक्तियों के बीच कराये जा रहे कोविड-19 वैक्सीनेशन की समीक्षा की गयी।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी कमी आई है। साथ ही रिकवरी रेट में भी वृद्धि हुई है। किंतु टीकाकरण को तीव्र गति से बढ़ाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम और प्रखंड स्तरीय पूरी टीम निरंतर प्रयास कर रही है, ये काबिले तारीफ है। इसमें और तीव्रता लाने की आवश्यकता है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत लोगों को वैक्सीन का लाभ दिलाने के लिए निरंतर अभियान चलाकर जन-जागृति लाते हुए अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें।
बारीश का मौसम आ गया है इसलिए 15 जून तक मिशन मोड में अधिक से अधिक टीकाकरण कराना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही 18-44 आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए स्लाॅट बुकिंग से संबंधित जानकारी को व्यापक स्तर पर प्रचारित-प्रसारित कराया जाय।
समीक्षा के क्रम में बताया गया कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों हेतु प्रत्येक पंचायत में तीन-चार सेशन साईट संचालित किये जा रहे है ताकि लोगों को कम से कम दूरी तय करनी पड़े। साथ ही प्रत्येक प्रखंड में कम से कम 4 वैैक्सीनेशन टीम के माध्मय से भी टीकाकरण कराया जा रहा है। उक्त टीम द्वारा प्रत्येक दिन 2-3 पंचायतों को कवर कर रही है। जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि बिना किसी लापरवाही एवं शिथिलता के टीकाकरण कार्य निरंतर जारी रखें। उन्होंने कहा कि पिपरासी, भितहां, ठकराहां आदि प्रखंडों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही बाढ़ प्रवण क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम संचालित किया जाय।
प्रखंड विकास पदाधिकारी पंचायत स्तरीय फंक्शनरीज को निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु निर्देशित करेंगे तथा लगातार उसकी समीक्षा करेंगे। उक्त कार्यों की ब्रिफींग प्रखंड विकास पदाधिकारी/प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अपने स्तर से अपने नीचे के सभी पदाधिकारियों को करेंगे। प्रत्येक दिन ब्रिफींग के साथ-साथ संध्या में डी-ब्रिफींग भी किया जाए, ताकि दल से क्षेत्र के अनुभवों की जानकारी प्राप्त कर सुधारात्मक कार्रवाई की जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि रोस्टर की जानकारी हाउस टू हाउस विजिट करने वाले दल को भी दिया जाए, ताकि वे पूर्व से लोगों को टीकाकरण के लिए मोटिवेट कर सकें। टीकाकरण हेतु चिन्हित टीम सुबह 7 बजे से अपने क्षेत्र में जाकर कार्य करेंगी, ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जा सके। प्रखंड स्तरीय नेतृत्व करने वाले पदाधिकारी इसे सुनिश्चित कराएंगे।