पुलिस अभिरक्षा में जेल से कोर्ट परिसर लाये गये प्रेमी, मंदिर में हुई शादी
औरंगाबाद : युवक के एक हाथ में हथकड़ी लगी थी तो दूसरे
हाथ से अपनी प्रेमिका के माथे पर सिंदूर लगाया। प्रेमी युवक ने प्रेमिका से प्रेम का हाथ बढ़ाने से पहले शादी करने का वादा किया और बाद में इन्कार कर दिया। लेकिन प्रेमिका ने कहा कि शादी का वादा कर प्रेम किया तो शादी तो करनी ही होगी। पहले प्रेमी को समझाया, पर प्रेमी मानने को तैयार नहीं हुआ। लेकिन प्रेमिका हार नहीं मानी। प्रेमिका ने कानून का सहारा लिया। मामले में युवती ने बारुण थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। प्राथमिकी के बाद पुलिस ने प्रेमी राजकुमार को 14 अक्टूबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया तब से वह जेल में बंद है। राजकुमार के जेल जाने के बाद दोनों पक्ष के अधिवक्ता भी दोनों के अभिभावक को शादी की शर्त पर समझौता का सलाह दिया। फिर समझौता हुआ, लेकिन शादी से पहले कोर्ट से जमानत नहीं मिली।
कोर्ट की अनुमति से बारुण
थाना क्षेत्र के जनकोप गांव निवासी राजकुमार गुप्ता शनिवार सुबह पुलिस अभिरक्षा में मंडल कारा से व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित हनुमान मंदिर पहुंचा। प्रेमिका पूनम वर्मा पहले से दुल्हन बनकर मंदिर में बैठी थी। पुलिस एवं अधिवक्ता की मौजूदगी में दोनों ने शादी की। मंदिर के पुजारी ने मंत्र पढ़कर दोनों की शादी कराई और सिंदूर दान का रश्म पूरा कराया।
शादी के समय दोनों ने एक दूसरे के साथ जीवन भर रहने की कसमें खाई
दोनों की अंतरजातीय विवाह देखने के लिए पुलिस,अधिवक्ता एवं कोर्ट पहुंचे ग्रामीणों की भीड़ मंदिर के बाहर लगी रही। जब दोनों की शादी संपन्न हो गयी तब पुलिसकर्मियों ने भीड़ को हटाया। शादी के बाद दोनों पूरी जीवन एक साथ रहने की बात कही। कहा कि शादी के पहले जो कुछ हुआ वह हम दोनों भूल गए हैं और दोनों की रजामंदी से यह शादी हुई है।
अधिवक्ताओं ने कहा, समझौता के बाद हुई है शादी, अब मिल जायेगी जमानत
दोनों पक्ष के अधिवक्ताओं ने बताया कि शादी के पहले दोनों पति पत्नी आपस में समझौता कर लिए हैं।
दोनों पक्ष के अधिवक्ता
रणधीर कुमार सिंह, अकमल हसन, मुकेश कुमार एवं सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि युवक ने युवती के साथ पहले प्यार किया। फिर शादी करने का प्रलोभन देकर बाद में शादी से इंकार कर दिया। स्थिति यह हुई कि युवती को कोर्ट का शरण लेना पड़ा।
शादी के बाद समझौता के आधार पर जमानत याचिका दायर
समझौता के आधार पर अब जमानत याचिका दायर की गई है। अब कोर्ट से युवक को जमानत मिलेगी और जेल से बाहर आएगा। तत्काल शादी के बाद प्रेमी युवक को मंडल
कारा भेज दिया गया है। पति के जेल जाते पत्नी के आंखों में आंसू भी दिखा।
जेल जाने से पहले कर लेना चाहिए शादी
शादी के समय मौजूद युवक की मां उषा कुंवर एवं बड़ा भाई आशुतोष कुमार ने बताया कि यह शादी जेल जाने से पहले ही कर लेना चाहिए था। हम सभी परिवार
शादी करने के लिए तैयार थे। कहा कि शादी से पूरा परिवार खुश हैं।