पटना : बिहार के पूर्वी चंपारण ( मोतिहारी ) में विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित किया जाएगा. इसकी उंचाई 270 फीट होगी. ङलिंग का निर्माण किया जाएगा, वो मंदिर बहुत ही सुंदर होगा. इस बात की जानकारी पटना महाबीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने दी. मौका था, संत रविदास जयंती समारोह का. हर वर्ष राजधानी पटना के महावीर मन्दिर में संत रविदास जयन्ती समारोह का आयोजन होता है. इस बार भी पंरपरा के अनुसार महावीर मन्दिर में संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम और महाबीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने महावीर मन्दिर प्रांगण में स्थित संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. माघ पूर्णिमा के दिन आयोजित जयंती समारोह में बिहार के खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने कहा कि महावीर मन्दिर संत रविदास के संदेश को जनमानस तक पहुंचा रहा है. संत शिरोमणि के बताए रास्ते का अनुकरण करते हुए महावीर मन्दिर समाज में समरसता फैला रहा है.
बिहार के खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने कहा कि, रविदास ने अपना जीवन समाज में समानता और समरसता कायम करने में खपा दिया. आज से 700 साल पहले समाज में बराबरी का भाव जगाना असाधारण कार्य था. जनक राम ने महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में धर्म के क्षेत्र में बड़ा काम हो रहा है. आचार्य किशोर कुणाल ने मुख्य अतिथि को विराट रामायण मन्दिर का प्रतीक चित्र भेंट किया. अपने संबोधन में किशोर कुणाल ने कहा कि विराट रामायण मन्दिर का निर्माण मील का पत्थर साबित होगा.
अयोध्या से जनकपुर तक राम-जानकी मार्ग के बीचो-बीच बन रहा विराट रामायण मन्दिर 270 फीट ऊंचाई वाला विश्व में सबसे ऊंचा मन्दिर होगा. आचार्य किशोर कुणाल ने अपनी पुस्तक दलित देवो भव से उद्धृत कविता का पाठ किया. यह कविता संत रविदास की कविता बेगमपुर के आधार पर लिखी गई है. किशोर कुणाल ने कहा कि महावीर मन्दिर बिहार का पहला और देश के चुनिंदा मन्दिरों में है जहां धर्म को परोपकार से जोड़ा गया है. कार्यक्रम के आखिर में मन्दिर परिसर में गरीब लोगों को कंबल वितरित किया गया. इस अवसर पर संत घनश्याम दास हंस ने अपनी रचना शबरी की कुछ पंक्तियों का पाठ किया.