लोगों से की मास्क लगाने व सावधान रहने की अपील
मोतिहारी : बिहार के मोतिहारी जिले के सदर अस्पताल में मंगलवार को सीएस डॉ अंजनी कुमार, एसीएमओ डॉ रंजीत राय व अन्य अधिकारियों के समक्ष मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान ही सीएस ने कोविड के नए वैरियंट के प्रति तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बताया कि चीन, अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया जैसे देशों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद भारत में भी कोरोना वायरस के नए वेरिएंट देखने को मिल रहे हैं जिनसे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयारी की जा रही है। इसे देखते हुए आज सदर अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस दौरान कोविड मरीज मिलने पर उसे कैसे अस्पताल लाना है, भर्ती किस प्रकार करना है, इलाज में क्या सावधानियां बरतनी है- ये दिखाया गया। उन्होंने बताया कि कोविड मरीजों के लिए बेड और वेंटिलेटर एवं ऑक्सीजन की सुविधाओं की जांची गई।
कोविड के मामलों से निपटने के लिए हैं तैयार
सीएस ने बताया कि जिले में अगर कोरोना का केस बढ़ा तो उसके लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। यहाँ एम्बुलेंस, नर्सिंग स्टाफ, चिकित्सक की पूरी व्यस्था है। उन्होंने बताया कि जिले में 26 प्रतिशत लोगों ने कोविड वैक्सीन का प्रिकॉशन डोज ले लिया है। वहीँ शत प्रतिशत लोगों ने पहला और दूसरा डोज लगवाया है। सीएस व एसीएमओ ने कहा कि लोगों को कोरोना से डरने की जरूरत नहीं हैं। हम सब ने मिलकर कोरोना को हराया है। इस बार भी कोरोना को हराने में सक्षम हैं।
लोगों में जागरूकता जरूरी
कोविड नोडल डॉ सुनील कुमार व महामारी पदाधिकारी डॉ राहुल राज ने कहा कि लोगों को पूर्व की भांति जागरूक होने की जरूरत है। अभी भी बड़ी संख्या में लोग प्रीकॉशनरी डोज लेने से बचे हुए हैं। ऐसे में जिन लोगों ने अपनी तीसरी डोज नहीं ली है, वो अनिवार्य रूप से अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर प्रीकॉशनरी डोज ले लें। ताकि, वो कोविड के संभावित संक्रमण के प्रभाव से बच सकें।
मास्क का इस्तेमाल जरूरी है
सिविल सर्जन ने बताया कि कोविड संक्रमण को लेकर लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। भीड़ भाड़ में निकलने से पहले मास्क का इस्तेमाल जरूरी है। साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन भी जरूरी है। महामारी पदाधिकारी डॉ राहुल राज ने लोगों से कोविड संक्रमण को लेकर किसी प्रकार की भ्रांतियों से दूर रहने की अपील की । इस मौके पर सीएस, एसीएमओ, कोविड नोडल, महामारी पदाधिकारी, आरबीएसके के कार्यक्रम पदाधिकारी व अन्य स्वास्थ्य कर्मी व चिकित्सक मौजूद थे ।