आसव हॉस्पिटल के तरफ से रविवार को मातृत्व दिवस के अवसर पर निःशुल्क BMD (Bone Mineral Density) कैंप का आयोजन किया गया। इसमें 30 वर्ष से ऊपर के लगभग 350 स्त्री और पुरुषों ने भाग लिया। आसव हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. संजय श्रीवास्तव ने बताया की बोन मिनरल डेंसिटी (बीएमडी) टेस्ट हड्डियों की मजबूती की जांच के लिए करवाया जाता है. इस टेस्ट के जरिये ड्यूअल एनर्जी एक्स-रे एब्जॉर्पटियोमेट्री (डेक्सा) मशीन की मदद से हड्डियों के घनत्व यानी डेंसिटी को परखा जाता है. साथ ही हड्डियों की कमजोरी की वजह का पता लगाया जाता है. इस टेस्ट के जरिये हड्डियों में मौजूद कैल्शियम और अन्य मिनरल्स की जानकारी मिलती है. साथ ही ऑस्टियोपीनिया व ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों को कमजोर करने वाली बीमारी का पता भी लगाया जा सकता है. बीएमडी टेस्ट करवाने की जरूरत खासतौर पर चालीसર वर्ष अधिक उम् के लोगों और मेनोनोज के बाद महिलाओं को, कम उम्र में यूट्रेस निकलवा चुकी महिलाओं को है. लेकिन जिन लोगों की हड्डियों में अक्सर दर्द रहता है. जल्दी थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है, वो लोग भी इस टेस्ट को करवा सकते हैं. इसके साथ ही इस टेस्ट को वो लोग भी करवा सकते हैं.जो लंबे समय से स्टेरॉयड या एंटीसाइकेट्रिक दवा का सेवन करते आ रहे हैं. डॉ. संजय श्रीवास्तव के द्वारा कैंप में जाँच कराने आये हुए लोगो को इसके उपचार के बारे में भी बताया गया.