Monday, July 01 2024

विकसित भारत के स्वप्न में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण : राज्यपाल

FIRSTLOOK BIHAR 07:26 AM बिहार

मुजफ्फरपुर : ललित नारायण मिश्र कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेन्ट, मुजफ्फरपुर में सोमवार को महाविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व डाॅ जगन्नाथ मिश्र की 87वीं जयन्ती मनायी गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का दो दिवसीय आयोजन किया गया है जिसका मुख्य विषय भारत @ 2047 के अंतर्गत Digital Transformation: Navigating the New Era of Industry 5.0 है। सेमिनार के उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल-सह- कुलाधिपति, राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में नीतीश मिश्रा मंत्री, उद्योग एवं पर्यटन विभाग, बिहार सरकार, प्रो. संजय कुमार सिंह विधान पार्षद एवं अध्यक्ष महाविद्यालय प्रबंध समिति एवं प्रो. दिनेश चन्द्र राय मान कुलपति, बी.आर. अम्बेदकर बिहार विश्वविद्यालय थे।

कार्यक्रम की शुरूआत स्व. डॉ जगन्नाथ मिश्र की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इसके बाद महाविद्यालय द्वारा निर्मित नये पुस्तकालय भवन का उद्घाटन राज्यपाल के द्वारा किया गया ।सेमिनार का उद्घाटन दीप प्रज्जवलन, सरस्वती वन्दना एवं स्वागतगीत से हुआ । डाॅक्टर. जगन्नाथ मिश्र के जन्म-दिन पर सभी लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया, जो बिहार के समग्र विकास में खासकर शिक्षा के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान जीवनपर्यन्त करते रहे। प्रो. संजय कुमार सिंह विधान पार्षद एवं अध्यक्ष महाविद्यालय प्रबंध समिति ने इस कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि राज्यपाल एवं विशिष्ट अतिथियों का महाविद्यालय परिवार की ओर से स्वागत किया।

ऐतिहासिक परिदृश्य में बिहार एक समृद्धशाली प्रदेश रहा है

उन्होंने बी.आर. अम्बेदकर बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति का विश्वविद्यालय के चौहमुखी विकास के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि डॉ. जगन्नाथ मिश्र जी के मुख्यमंत्रित्वकाल में किये गये कार्यों की लम्बी फेहरिस्त है। जिसका एक उदाहरण महाविद्यालय का राजकीयकरण है और विश्वविद्यालय के शिक्षकों के लिए यूजीसी वेतनमान सहित प्राथमिक विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों एवं संस्कृत महाविद्यालयों का अंगीभूतिकरण सम्मिलित है। डॉ. मिश्र ने अपनी दूरदृष्टि से युवाओं को और सबल बनाने के लिए ही सन् 1973 में मुजफ्फरपुर जैसे पिछड़े शहर में मैनेजमेन्ट कॉलेज की स्थापना की। इस वर्ष अपनी शैक्षणिक यात्रा के क्रम में महाविद्यालय अपने 51वें वर्षगांठ मना रहा है। जो पूर्णतः मानन डॉ. मिश्र के दार्शनिक विचारों एवं दूरदर्शिता का अनुकरण करते हुए उत्कृष्टता के साथ अग्रसर हो रहा है। हम सब महाविद्यालय परिवार डॉ. मिश्र को अपने भविष्य निर्माता डके तौर पर सादर सम्मान समर्पित करते हैं।

बिहार पर्यटन की दृष्टि से समृद्धशाली प्रदेश है

कुलपति प्रो. दिनेश चन्द्र राय ने अपने सम्बोधन में कहा कि डॉ. जगन्नाथ मिश्र जैसे दिवंगत महामना की जयन्ती निश्चित रूप से युवाओं में चरित्र निर्माण को प्रबलता देगा और सम्यक मनोभावना की प्रवृत्ति के साथ सार्थक मानव बनाने में प्रेरणादायी होगा। उन्होंने कहा कि डॉ. मिश्र प्रख्यात शिक्षाविद्, कुशल प्रशासक के साथ एक सबल राजनेता के रूप में प्रतिष्ठित थे। जिन्होंने अविभाजित बिहार के विकास को एक नई दिशा प्रदान की। विशेषकर बिहार की उच्च शिक्षा का क्षेत्र डॉ. मिश्र का सदैव ऋणी रहेगी,क्योंकि उन्होंने एक साहसिक कदम उठाकर बुनियादी स्वरूप को विस्तृत रूपरेखा प्रदान की। कुलपति ने आगे अपने सम्बोधन में कहा कि जब हम डिजिटल ट्रांसफार्मेशन और इंडस्ट्री 5.0 के संदर्भ में बात कर रहे हैं और इस विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित हुआ है जिसमें अपनी-अपनी क्षेत्र के उत्कृष्ट अनुभवी एवं ऊर्जावान बौद्धिक समृद्धि वाले विशेषज्ञ उपस्थित हैं तब यह अवसर बनता है कि भारतीय उद्योग के उत्पादन प्रणाली एवं तकनीक को उत्कृष्ट बनाने में जो भी कठिनाइयों हो उन सभी पहलुओं पर सकारात्मक रूप से विस्तृत चर्चा करके उद्योग को और सुरक्षित एवं उत्कृष्ट बनाने के लिए सतत् प्रयास करते रहना चाहिये।

छात्र - छात्राओं के ज्ञान अर्जन में होगी सुविधाएं

महाविद्यालय के प्रांगण में केन्द्रीय पुस्तकालय के उद्घाटन समारोह के विषय में कहा कि इस उत्कृष्ट पुस्तकालय से छात्र-छात्राओं को ज्ञान अर्जन में बड़ी ही सुविधा रहेगी और इसे सुदृढ बनाने के लिए जितना उपयुक्त हो सके सुविधा मुहैया कराने की सलाह दी। महाविद्यालय के प्रशंसनीय कार्य के लिए भूरि-भूरि प्रशंसा की।

पर्यटन एवं उद्योग में है बड़ी संभावनाएं

इस अवसर पर नीतीश मिश्रा मंत्री, उद्योग विभाग एवं पर्यटन विभाग, बिहार सरकार ने राज्यपाल के प्रति आभार व्यक्त किया। श्री मिश्रा ने अपने सम्बोधन में कहा कि अमृत महोत्सव के बाद 25 वर्षों की यात्रा के विषय में युवाओं को जागृत होकर पूर्ण ऊर्जा के साथ अपने भविष्य का निर्माण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ही आप अपने भविष्य की योजना विभिन्न संभावनाओं के साथ निश्चित करें और इसी सुनिश्चितता के साथ स्वयं का विकास एवं प्रदेश के विकास में सहभागी होंगे। उन्होंने युवा शक्ति को आह्वान करते हुए सलाह दिया कि बिहार में पर्यटन एवं उद्योग दोनों विधाओं में बडी संभावनाएं आकार ले रही हैं, जिसमें आप लोगों को स्वयं को तैयार करके इस अवसर को हासिल करना है। बिहार सरकार स्टार्टअप उद्योग के लिए हर संभव सहयोग प्रदान कर रही है जिसका युवा शक्ति उपयोग करें और स्वरोजगार को बढ़ावा देते हुए अपनी उन्नति का मार्ग सुनिश्चित करें। मंत्री श्री मिश्रा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों के मन में जो शंका है कि बिहार में व्यवसाय क्यों किया जाए? इस शंका के समाधान में उन्होंने बड़ी जिम्मेदारी पूर्ण शब्दों में कहा कि वे सारे शंका का समाधान होगा जो उद्योग के उन्नति में व्यवधान पैदा करेगी और बिहार सरकार सभी तरह से हर संभव प्रयास कर रही है कि उद्यमियों को किसी भी प्रकार का विवशता का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि लोग पूछते हैं बिहार में क्यूं, तो मेरा कहना है बिहार में क्यूँ नहीं?

युवा शक्ति को आना होगा आगे

राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में डॉ. जगन्नाथ मिश्र की 87वी जयन्ती के अवसर पर महाविद्यालय परिवार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के स्वप्न में युवाओं का योगदान बहुत ही आवश्यक है। वर्तमान के युवा शक्ति को आगे आना होगा और स्वयं के भविष्य निर्माण सहित भारत के 2047 का विकसित भारत में उनकी भूमिका एवं रूपरेखा पर सुदृढ़ता से विचार कर पूरी लग्न के साथ संलग्न होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बिहार के बारे में जो लोगों की सोच में विश्वास की कमी है उसे अपने सहयोग से विश्वसनीय बनाना होगा, जिससे बिहार पर लोगों का विश्वास बदले और बढ़े। उन्होंने आगे कहा कि ऐतिहासिक परिदृश्य में बिहार एक समृद्धशाली केन्द्र रहा है जहाँ शिक्षा, कला, ज्ञान और सभी दृष्टियों से उत्कृष्टता का परचम लहराया है। हमें उसी विश्वास को पुनः हासिल करना है और बिहार की आर्थिक समृद्धि को उत्कृष्ट बनाना है। उन्होंने अपने संबोधन में डिजिटलाइजेशन पर जोर देते हुए कहा कि सरकार इतना आसान एवं सुरक्षित विधा प्रदान कर रही है जिसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि की संभावना नहीं है। उन्होंने बिहार के टूरिज्म पर भी जोर देते हुए कहा कि बिहार पर्यटन की दृष्टि से एवं धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही समृद्धशाली प्रदेश है। इस दिशा में भी युवा अपनी स्वरोजगार के संभावनाओं को देख सकते हैं। उन्होंने भारत के अन्न दाता के संदर्भ में कहा कि जितना भी संभव हो सके सरकार सहयोग कर रही है। अंत में उन्होंने सभी मानस पुत्री एवं पुत्रों को संस्कार एवं संस्कृति के प्रति सजग रहकर समाज में सम्यकता को धारण कर श्रेष्ठ समाज का निर्माण करें।

महाविद्यालय के निदेशक, डॉ. मनीष कुमार ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारीगण उपस्थित थे।

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