Sunday, May 18 2025

पौष्टिकता से भरपूर उसना चावल,जानिए इसे तैयार करने के तरीक और फायदे

FIRSTLOOK BIHAR 03:37 AM बिहार

सौरभ शंकर पटेल ,

विषय वस्तु विशेषज्ञ (कटाई उपरांत प्रौद्योगिकी), कृषि विज्ञान केंद्र सारण

प्राचीन काल से चावल का उपयोग मुख्य भोजन के रूप में किया जाता रहा है आज विश्व के आधे से अधिक जनसंख्या चावल को अपने आहार में मुख्य भोजन के रूप में खाती है माना जाता है कि अगर चावल न होता तो विश्व में बहुत से लोग भूख से मर जाते



मुख्य भोजन के साथ साथ यह पोषक तत्वों का भी प्रमुख स्रोत माना जाता है



धान को कूटने के पश्चात चावल बनता है धान को कूटने से उसके ऊपरी सतह में उपस्थित भूसा और चोकर चावल से अलग हो जाता है पारंपरिक लोग पहले उसना चावल खाते थे पर अब बढ़ती आबादी एवं व्यस्त जीवन शैली के कारण सफेद (अरवा) चावल खाने का चलन बढ़ गया है

अरवा चावल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा होती है काफी अधिक

दरअसल, सफेद चावल के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसमें कार्बाेहाइड्रेट की मात्रा काफी होती है, ऐसे में इसका नियमित सेवन करने और शारीरिक मेहनत न करने की वजह से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है लेकिन, सफेद चावल की इसी कमी को उसना चावल दूर कर देता हैै आज इस लेख में उसना चावल बनाने कि विधि, गुण एवं पोषक तत्व, की चर्चा करेंगे

अरवा चावल उसना चावल

उसना चावल बनाने (पारबॉयलिंग) की विधि

दरअसल, धान से चावल निकाला जाता है और इसकी प्रक्रिया अलग-अलग होती है जब धान से सीधे चावल निकाला जाता है तो वह अरवा या सफेद चावल कहलाता है

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