सीतामढ़ी: यूनिसेफ की बाल संरक्षण दिल्ली की टीम ने सीतामढ़ी जिले का दौड़ा किया इस दौड़े का उद्देश्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का अनुश्रवण करना, बाल अधिकारों की स्थिति का मूल्यांकन करना और किशोरियों के सशक्तिकरण को लेकर संवाद स्थापित करना था टीम ने बेलसंड और परसौनी प्रखंड के मधकौल, भोरहा और देमा गांवों का भ्रमण किया, जहां टीम के सदस्यों ने बाढ़ से प्रभावित बच्चों और उनके परिवारों की स्थिति की जानकारी ली
इसके साथ ही टीम ने पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना से लाभान्वित एक बालिका से मुलाकात की और उसके जीवन में आए सकारात्मक बदलावों को जाना
दौड़े के दौरान टीम ने स्थानीय किशोरी समूहों के साथ संवाद सत्र भी आयोजित किया इन बैठकों में किशोरियों ने अपने अनुभव साझा किए और सामाजिक तथा व्यक्तिगत चुनौतियों पर खुलकर चर्चा की यूनिसेफ टीम ने किशोरियों को जागरूकता, आत्मनिर्भरता और शिक्षा के महत्व को लेकर प्रोत्साहित किया वहीं, कठिन परिस्थितियों में रहकर इंटरमीडिएट परीक्षा में सफल हुई किशोरियों को यूनिसेफ टीम ने बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की टीम ने कहा कि इन किशोरियों की सफलता न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व का विषय हैयूनिसेफ की यह पहल बाल संरक्षण, शिक्षा और किशोरी सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है टीम ने सीतामढ़ी जिले में इन क्षेत्रों में किए गए कार्यों की सराहना की