मुजफ्फरपुर : बीआर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय अंबेडकर जयंती आयोजन समिति के तत्वावधान में विश्वविद्यालय सीनेट हॉल में आधुनिक भारत के निर्माण में डॉ अंबेडकर का योगदान विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई
कार्यक्रम की शुरुआत में विश्वविद्यालय परिसर स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय, कुलानुशासक प्रो.बी एस राय, कुलसचिव प्रो. संजय कुमार समेत पदाधिकारीगण, आयोजन समिति के सदस्य गण, छात्रों एवं कर्मचारियों ने माल्यार्पण किया
सीनेट हॉल में संगोष्ठी की शुरुआत में विश्वविद्यालय कुलगीत की प्रस्तुति की गई
इसके बाद कवि राम उचित पासवान द्वारा रचित अंबेडकर स्तुति का गायन एलएस कॉलेज के प्राध्यापक डॉ शिवेंद्र मौर्य ने प्रस्तुत किया
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय ने कहा कि बहुआयामी प्रतिभा के धनी बाबा साहब को आधुनिक भारत के सबसे अग्रणी विचारकों में से एक के रूप में देखा जाना चाहिए डॉ आंबेडकर महान समाज सुधारक के साथ ही प्रखर बुद्धिजीवी, कानूनविद और अर्थशास्त्री भी थे आज बाबा साहेब की जयंती पर हम सभी धर्म,पंथ, जाति और क्षेत्र आदि से ऊपर उठकर सही मायने में डॉ आंबेडकर के आदर्शों को अपनाने का संकल्प लें तो यह भारत की इस महान विभूति के प्रति हमारी सबसे सच्ची श्रद्धांजलि होगी
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता इग्नू दरभंगा के क्षेत्रीय निदेशक डॉ संतन कुमार राम ने डॉ आंबेडकर के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अंबेडकर की जीवन यात्रा का महत्व उनके बहुआयामी योगदान में निहित है शिक्षा, कानून, राजनीति, सामाजिक न्याय और भारतीय संविधान के निर्माण में उनके योगदान ने उन्हें एक महान नेता और विचारक बना दिया उनके विचार ने आधुनिक भारत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है
अंबेडकर की शैक्षणिक यात्रा पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने न सिर्फ स्कूली पढ़ाई पूरी की, बल्कि उच्च शिक्षा में इतने मनोयोग से पढ़ाई की कि उसके लिए उन्हें बड़ौदा महाराज की छात्रवृत्ति भी मिली