मुजफ्फरपुर : राज्य की महिलाएं सरकार द्वारा प्रदत्त योजनाओं से लाभान्वित होते हुए अब समाज में एक मुकाम बना रही हैं और सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनकर समाज को नई दिशा दे रही हैं सामाजिक बंधनों से बाहर निकलकर अब शिक्षा से लेकर प्रशासन में इनकी सहभागिता बढ़ी है और अब तो जन प्रतिनिधि के तौर पर स्थापित हो रही हैं
घर से बाहर निकलकर समाज में स्थापित होने की कहानी राज्य सरकार के महिला संवाद कार्यक्रम में प्रदर्शित है
महिलाएं अपनी सफलता की कहानी एक दूसरे को सुना रही हैं और अब गांव के विकास के लिए चल रही योजनाओं को गति प्रदान करने के उद्देश्य से अपना विचार और एकजुटता दिखा रही है
यह सब कुछ महिला संवाद कार्यक्रम में प्रतिदिन देखने और सुनने को मिल रहा है
खास बात यह है कि गांव के विकास को लेकर महिलाओं एवं छात्राओं को मंथन करते देख पुरुष वर्ग भी बैक स्टेज से उन्हें सहयोग प्रदान कर रहा है
महिला संवाद के माध्यम से हर दिन महिलाओं के बीच हो रहा सार्थक संवाद नई नीतियों और योजनाओं का बीजारोपण कर रहा है इस संवाद एवं योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु मंथन मंथन से नई नीतियों का निर्माण में मदद मिलने के साथ ही गांवों के विकास को लेकर उनकी परिकल्पना सामने आ रही है
मुजफ्फरपुर जिला के सभी 16 प्रखंड में 3507 ग्राम संगठन द्वारा महिला संवाद का आयोजन किया जाना है 18 अप्रैल से 16 प्रखंड में कार्यक्रम जारी है अब तक करीब 500 ग्राम संगठनों द्वारा प्रति दिन 2 महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है
अब तक आयोजित संवाद कार्यक्रम में बहुत अधिक महिलाएं एवं छात्राएं शामिल हुई हैं।
संवाद में शामिल हो रही महिलाएं एवं छात्राएं शिक्षा एवं सामुदायिक विकास की बात कर रही हैं। महिलाएं स्वरोजगार एवं प्रशिक्षण के अवसरों के सृजन के साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराकर सरकार से पलायन रोकने की भी मांग कर रही हैं। सहयोग की अपेक्षा रखती हैं। स्वयं सहायता समूह के सहयोग से महिला स्वावलंबन, सशक्तिकरण एवं आत्मनिर्भरता की मिसाल की कायम करने वाली महिलाएं एवं सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित छात्राएं इस कार्यक्रम में अपनी उपलब्धि बताने के लिए विशेष तौर पर आमंत्रित की गई हैं। महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए वे कहती हैं कि पहले वो घर से भी बाहर कदम नहीं रखती थीं लेकिन अब वह गांव समाज को नेतृत्व प्रदान कर रही हैं ।
महिला संवाद के आयोजन में जीविका महिला ग्राम संगठन स्तर पर गठित आयोजन समिति की उल्लेखनीय भूमिका है। इसमें ग्राम संगठन की अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष के अलावा सामाजिक कार्य समिति की सदस्य दीदियाँ शामिल होती हैं। इनके द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। वहीं प्रत्येक ग्राम संगठन में विभिन्न विभागों में किसी अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है जबकि जीविका के सामुदायिक समन्वयक एवं क्षेत्रीय समन्वयक इसमें टीम लीडर की भूमिका निभाते हैं। प्रत्येक ग्राम संगठन में लगभग 2 घंटे तक चलने वाले महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं को तीन लघु विडियो फिल्म के माध्यम से सरकार के द्वारा महिलाओं एवं छात्राओं के चलायी जा रही योजनाओं के बारे में अवगत कराया जा रहा है।
राज्य सरकार की योजनाओं पर आधारित लीफलेट और माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतिश कुमार जी के पत्र को लेकर महिलाओं एवं छात्राओं के साथ खुला संवाद किया जा रहा है, जिसमें महिलाएं अपने मन की आकांक्षाओं को साझा कर रही हैं। तत्पश्चात महिलाओं से प्राप्त होने वाली आकांक्षाओं और मंतव्यों को मोबाइल एप के माध्यम से ऑनलाइन प्रविष्टि जारी है। प्रति ग्राम संगठन अमूमन 30 आकांक्षाएं आ रही हैं। कार्यक्रम के अंत ने उपस्थित महिलाओं एवं छात्राओं द्वारा सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन, घरेलू हिंसा के प्रति सजगता एवं महिलाओं के अधिकारों की रक्षा हेतु संकल्प लिया जा रहा है।