सीतामढ़ी : विधि व्यवस्था को लेकर सीतामढ़ी डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने पुलिस अधीक्षक सहित वरीय अधिकारियों के साथ समाहरणालय मे बैठक की । बैठक में आने वाले पर्व-त्योहार,मधनिषेध, वाहन जाँच, यातायात, विधि व्यवस्था आदि को लेकर विस्तृत समीक्षा किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि विधिव्यवस्था जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है,इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।उन्होंने कहा कि सूचनातंत्र को अधिक से अधिक सक्रिय कर पूरी टीम भावना के साथ कार्य हो ताकि सकरात्मक परिणाम प्राप्त की जा सके।
डीएम ने कहा कि पुलिस रात्रि गश्ती अधिक से अधिक करें। चौकीदारी परेड अनवरत जारी रहना चाहिये साथ ही भूमिविवाद को लेकर सभी थानों में होने वाली शनिवार की बैठक भी जारी रखेंगे। छोटी-छोटी घटनाओं पर भी त्वरित रूप से संज्ञान ले,ताकि किसी भी प्रकार की बड़ी घटना को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि आने वाले पर्व त्योहारों एवं पंचायत चुनाव के अवसर पर विधिव्यवस्था संधारण को लेकर अभी से ही सभी आवश्यक कदम उठाना शुरू कर दें।उन्होंने कहा कि किसी भी आयोजन में कोविड गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन हो,इसे हर हाल में सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि मधनिषेध को प्रभावी रूप से लागू करने को लेकर सख्त से सख्त कदम उठाए। अवैध शराब या कारोबारियों को लेकर पूरी सतर्कता बरतें।उन्होंने कहा कि ओभर लोडिंग को लेकर सघन जाँच अभियान चलाए। खनन,परिवहन एवं उत्पाद विभाग की टीम संयुक्त रूप से छापेमारी व सघन जाँच अभियान चलाए। डीएम ने कहा कि नदियों से अवैध बालू एवं मिट्टी की कटाई पर कड़ी नजर रखें। सड़क सुरक्षा एवं जाम की समस्या को लेकर भी पुलिस की अपनी जबाबदेही है और इसे प्राथमिकता के साथ कार्ययोजना बनाकर कार्य करें।
डीएम ने कहा कि बालू-गिट्टी 10 या 12 चक्का के ट्रक से ढुलाई करना है, अगर अधिक चक्का के ट्रक से ढुलाई हो रही है तो उसे जप्त करें।ज्यादा दुर्घटना वाले स्थलों को चिन्हित कर दुर्घटनाओं के कारणों की जाँच करे,एवं उसके निदान हेतु प्रस्ताव भी दें।
बैठक में एसपी अनिल कुमार,एडीएम विभागीय जाँच महेश कुमार दास,निर्देशक डीआरडीए,मुमुक्ष चौधरी सहित कई वरीय अधिकारी उपस्थित थे।