मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर में जीविका ने अंतराष्ट्रीय महिला दिवस को एक उत्सव के रूप में धूम-धाम से मनाया। जीविका का अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम भी समाज को सही दिशा व सामाजिक उत्थान से ओतप्रोत रहा। मुजफ्फरपुर जिले के सभी 16 प्रखंडों में स्थित 65 जीविका संकुल स्तरीय संघ में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्याक्रम की शुरुआत सुबह 09 बजे जागरुकता रैली से हुई। जागरुकता रैली का थीम नामांकोत्सव था । इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण परिवारों के बच्चों को स्कूल में नांमाकण के लिए प्रेरित करना था । यह जागरुकता रैली जिले के कुल 2576 ग्राम संगठन द्वारा निकाली गयी, जिसमें कुल 115920 दीदियों ने हिस्सा लिया ।
जागरुकता रैली की समाप्ति के बाद दीदियों द्वारा सघन वृक्षारोपण किया गया। सभी प्रखंड की दीदियों द्वारा कुल 25673 पौधे लगाये गये। इसके बाद सभी 65 संकुल स्तरीय संघ द्वारा अंतराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन संकुल संघ की अध्यक्ष दीदी के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली कुल 325 दीदियों ने अपने अनुभव साझा किये । इसके बाद उनको प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के इस अवसर पर जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ केन्द्रों में कैंप लगाकर 60 वर्ष से अधिक उम्र की दीदियों को कोविड-19 का टीका दिया गया। इस टीकाकरण अभियान में जीविका की दीदियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
जीविका एवं विभिन्न बैंकों के सहयोग से इस अवसर पर विशेष वित्तीय समावेशन कार्यक्रम किया गया जिसमें कुल 419 स्वयं सहायता समूहों का विभिन्न बैंकों के माध्यम से कुल 11.04 करोड़ राशि का वित्तीय समावेशन किया गया। सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत 112 परिवारों को 12.75 लाख रुपये की राशि हस्तांतरित की गयी। यह राशि उनके जीविकोपार्जन हेतु दी गयी है।
इसके साथ सभी संकुल स्तरीय संघ में मेंहदी प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, नाटक व अन्य कार्यक्रम किये गये।
जिला स्तर पर किया गया कार्यक्रम
दीन दयाल उपाध्याय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह का प्रसारण ज्ञान भवन, दिल्ली से किया किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा किया गया ।
इस अवसर पर केन्द्र स्तर पर 7 राज्य की दीदियों को चयनित किया गया था। जिसमें बिहार से मुजफ्फरपुर जीविका की एमआरपी-एचएनएस मेनका बारिक शामिल थीं। इन्होंने स्वस्थ्य एवं पोषण पर अपने कार्य अनुभव को ऑनलाईन माध्यम से मंच साझा किया।
मौके पर जीविका के अन्य प्रकोष्ठ के प्रबंधक एवं कर्मी मौजूद थे।