Friday, May 17 2024

पीएम मोदी ने जिल बाइडेन को ग्रीन डायमंड उपहार दिया

FIRSTLOOK BIHAR 14:42 PM खास खबर

पीएम मोदी ने 07.05 कैरेट का ग्रीन डायमंड , गुजरात का नमक , पंजाब का घी , महाराष्ट्र का गुड़ आदि चीजें गिफ्ट किया बाइडेन को । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की अपनी राजकीय यात्रा के दूसरे चरण बुधवार को व्हाइट हाउस पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जी बाइडेन की तरफ से एक - दूसरे को कई उपहार भी दिए । पीएम मोदी ने जिल बाइडेन को ग्रीन डायमंड उपहार में दिया। अमेरिका की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की। बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन ने पीएम मोदी का व्हाइट हाउस में भव्य स्वागत किया। बाइडेन ने पीएम मोदी के लिए एक निजी रात्रिभोज का आयोजन किया है।

पीएम मोदी को मिला अमेरिकन कैमरा

व्हाइट हाउस के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन की तरफ से पीएम मोदी को कई उपहार दिए गए। आधिकारिक उपहार के रूप में जो बाइडेन प्रथम महिला जिल बाइडेन पीएम मोदी को 20 वीं सदी की शुरुआत में हस्तनिर्मित प्राचीन अमेरिकी पुस्तक गैली भेंट की। इसके अलावा राष्ट्रपति बाइडेन पीएम मोदी को एक विंटेज अमेरिकी कैमरा भी उपहार में दिया। बाइडेन ने पीएम मोदी को जॉर्ज ईस्टमैन के पहले कोडक कैमरे के पेटेंट की एक अभिलेखीय प्रतिकृति और अमेरिकी वन्यजीव फोटोग्राफी की एक हार्डकवर पुस्तक भी भेंट की है। जिल बाइडेन पीएम मोदी को कलेक्टेड पोयम्स ऑफ रॉबर्ट फ्रॉस्ट की हस्ताक्षरित प्रथम संस्करण प्रति गिफ्ट की।

पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति वाइडन को पंजाब में तैयार किया गया घी , जिसे अज्यदान (घी का दान) के लिए चढ़ाया जाता है उन्हें शालीन भाव से समर्पित किया। महाराष्ट्र में तैयार किया गया गुड़ दिया गया जिसे गुड़दान (गुड़ का दान) के लिए प्रयोग किया जाता है। उत्तराखंड से प्राप्त लंबे दाने वाला चावल , जिसे धान्यदान (अनाज का दान) के लिए चढ़ाया जाता है। राजस्थान में हस्तनिर्मित 24K शुद्ध और हॉलमार्क वाला सोने का सिक्का , जिसे हिरण्यदान (सोने का दान) लिए दिया जाता है। गुजरात में तैयार नमक (नमक का दान) , जो लवणदान के लिए दिया जाता है।

एक बॉक्स में 99.05% शुद्ध और हॉलमार्क वाला चांदी का सिक्का भी है जिसे राजस्थान के कारीगरों द्वारा सौंदर्यपूर्ण ढंग से तैयार किया गया है और इसे रौप्यदान (चांदी का दान) के रूप में दिया किया जाता है। तमिलनाडु के तिल (तिल के बीज का दान) दिए जिसमें तिलदान के तहत सफेद तिल के बीज चढ़ाए जाते हैं। मैसूर , कर्नाटक से प्राप्त चंदन का एक सुगंधित टुकड़ा भूदान (भूमि का दान) के लिए दिया गया जो भूदान के लिए जमीन पर चढ़ाया जाता है।

पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित चांदी का नारियल दिया गया जिसे गौदान (गाय का दान , गौदान) के लिए गाय के स्थान पर चढ़ाया जाता है। बॉक्स में भगवान गणेश की मूर्ति और दिया है। भगवान जिन्हें बाधाओं का विनाशक माना जाता है और किसी भी कार्य शुरू करने से पहले सभी देवताओं में सबसे पहले इनकी पूजा की जाती है। गणेश की यह चांदी की मूर्ति और चांदी का दिया कोलकाता के पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के एक परिवार द्वारा हस्तनिर्मित की गई है। उत्तर प्रदेश में निर्मित तांबे की प्लेट , जिसे ताम्र-पत्र भी कहा जाता है। इस पर एक श्लोक अंकित है। प्राचीन काल में ताम्र-पत्र का व्यापक रूप से लेखन और रिकार्ड रखने के माध्यम के रूप में उपयोग किया जाता था। इसके अलावे 07.05 कैरेट का ग्रीन डायमंड भी उन्हें दिया।

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