गायघाट( मुजफ्फरपुर) : मुजफ्फरपुर के गायघाट प्रखंड मुख्यालय स्थित नीतीश्वर स्मृति सदन में गायघाट के प्रथम विधायक पूर्व शिक्षा व पीएचईडी मंत्री स्व नीतीश्वर प्रसाद सिंह की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि लोजपा के प्रदेश प्रवक्ता सुश्री कोमल सिंह सहित अन्य गणमान्य लोगों ने स्व नीतीश्वर प्रसाद सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजली अर्पित किया. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सुश्री कोमल सिंह ने कहा कि स्व नीतीश्वर प्रसाद सिंह का इतने दिनों बाद भी यहां के जन जन के दिमाग में वास करना यह दर्शाता है कि वे जनता के बीच कितने लोकप्रिय थे. इसका एकमात्र कारण है उन्होंने अपने जीवन काल में कभी जात पात व उंच नीच की राजनीति नहीं की. जिला ही नहीं प्रदेश व देश स्तर पर उनकी लोकप्रियता इस तरह थी कि कांग्रेस के धुर विरोधी नेता जननायक कर्पूरी ठाकुर जो विपक्ष के संयुक्त सोशलिस्ट से उनके विरोध में उम्मीदवार नहीं उतारा.
1952 से 1977 अपराजेय विधायक रहे
सुश्री कोमल ने कहा कि वे 1952 से लेकर लगातार 1977 तक गायघाट के अपराजेय विधायक रहे. आपात काल के दौरान 1977 के लोकसभा चुनाव में इंदिरा गांधी के निर्देश पर जार्ज के खिलाफ कांग्रेस से जबरन उम्मीदवार बनाया गया. उन्होंनें ने इंदिरा गांधी को अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया और कहा उन्हें लोक सभा का उम्मीदवार नहीं बनाया जाए. अगर उन्हें उम्मीदवार बनाया जाता है तो जार्ज को जेल से रिहा कर दें, वे इस विषम परिस्थिति में भी मुजफ्फरपुर की सीट जीत सकते हैं. यह था उनका जनता के प्रति आत्म विश्वास. वे जीवन पर्यन्त गायघाट के विकास के प्रति कटिबद्ध रहे.
उनके शिक्षा मंत्रित्व काल में गायघाट में कई हाई स्कूलों को मान्यता मिली वहीं वे लगातार शिक्षा के विकास के लिए पूरे प्रदेश में संकल्पित रहे. आज गायघाट के हर जनप्रतिनिधि को उनके आदर्श को प्रेरणा मानकर काम करने की जरूरत है. मौके पर राजू मिश्रा, विजय सिंह, विश्वनाथ सिंह, ठाकुर आलोक सिंह, अमित सिंह राठौर, अकीन्द्र सिंह आदि उपस्थित थे.