Friday, May 17 2024

एक ही परिवार के तीन बच्चों की तालाब में डूबने से मौत, मचा कोहराम

FIRSTLOOK BIHAR 22:49 PM बिहार

चचरी पुल टूटने से दो बच्चे पानी में गिरे, बचाने की कोशिश में तीसरे की भी गई जान

आक्रोशित लोगों ने रहिका-दरभंगा मुख्य मार्ग को किया जाम, मुआवजे की मांग
रहिका (मधुबनी) : रहिका थाना क्षेत्र के ककरौल दक्षिणी पंचायत के एगडारा डुमरी गांव के वार्ड 12 में एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत तालाब के पानी में डूबने से हो गई।डूब कर मरने वाले तीनों बच्चे एक-दूसरे के चचेरे भाई हैं। तीनों के पिता रोजी-रोजगार के लिए बाहर हैं।

तीनों की माँ गयी थी टीका लेने

तीनों की मां मधुबनी कोविड टीका लेने गई थी। इसी दौरान यह घटना घट गई। स्थानीय लोग इस घटना के लिए प्रशासन को दोषी मान रहे हैं। घटना के बाद स्थानीय पदाधिकारियों के घटनास्थल पर नहीं पहुंचने से आक्रोशित लोगों ने कपिलेश्वर के निकट रहिका-दरभंगा मुख्य मार्ग (एनएच-527बी) को शव के साथ जाम कर दिया। जाम की सूचना पर स्थानीय सीओ पुलिस बल के साथ पहुंच लोगों को समझाने में जुट गए, लेकिन लोग तत्काल मुआवजे की मांग पर अड़े रहे।

तीन बच्चों की मौत से मचा कोहराम

जानकारी के अनुसार गुलाब चौधरी के पुत्र तरुण चौधरी (16), फूल चौधरी के पुत्र करण चौधरी (10) एवं संजीत चौधरी के पुत्र शिवम चौधरी (12) की डूबने से मौत हुई है। तीनों बच्चों के पिता सगे भाई हैं और फिलहाल मुंबई में काम कर रहे हैं। घर पर ये बच्चे अपनी मां और दादा रामचरित चौधरी के साथ रहते थे। घटना के समय तीनों की मां एक साथ टीका लेने मधुबनी गई हुई थी। घटना की जानकारी मिलते ही घर में कोहराम मच गया। गांव में मातम का माहौल है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के प्रति गहरा आक्रोश है।

चचरी पुल पार करते समय घटी घटना

स्थानीय लोगों के अनुसार जिस तालाब में डूबने से इन बच्चों की मौत हुई है वह काफी गहरा है। तालाब के भिंडा से होकर सड़क गुजरती है जो लगातार बारिश के कारण कट गई है। इससे टोला का संपर्क भंग हो गया था। स्थानीय लोगों ने बांस की चचरी बना अवागमन चालू किया था। बताया जा रहा है कि दो बालक शिवम व करण चचरी के सहारे जा रहे थे। अचानक चचरी टूटने से दोनों तालाब में गिर गए। दोनों को बचाने के क्रम में तरूण भी पानी में चला गया और तीनों की डूबने से मौत हो गई।

जाम की सूचना मिलते ही पहुंचे सीओ

सड़क जाम होने की सूचना मिलते ही सीओ रामप्रवेश प्रसाद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हैं। लोगों का कहना है कि इससे पहले भी एक ऐसी ही घटना में आश्वासन देने के बाद मुआवजा नहीं दिया गया। इसलिए, लोग तभी सड़क जाम हटाएंगे जब जिला का कोई वरीय पदाधिकारी मौके पर पहुंच कर मुआवजे का चेक प्रदान करेंगे। मुआवजे के बाद जाम हटाया जा सका।

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