Tuesday, May 21 2024

होटल में चल रहा था फर्जी बहाली का गोरखधंधा, नौ गिरफ्तार

FIRSTLOOK BIHAR 00:16 AM बिहार

गिरफ्तार धंधेबाज पटना, नालंदा, बेगूसराय, जहानाबाद व गया जिलों के रहने वाले

मधुबनी : स्थानीय रेलवे स्टेशन के पास स्थित सिंघानिया होटल में लुसिएट इंफ्राटेक प्रा. लि. की ओर से फर्जी बहाली किए जाने के गोरखधंधा का छापेमारी में पर्दाफाश हाे गया है। इस होटल में वन नेशन वन राशन कार्ड मेक इन इंडिया योजना अंतर्गत डिजिटल कार्ड बनाने के लिए प्रत्येक प्रखंड आरटीपीएस काउंटर पर डाटा ऑपरेटर की बहाली के नाम पर फर्जी तरीके से प्रक्रिया अपनाई जा रही थी। सदर एसडीओ के निर्देश पर जब इस होटल में छापेमारी की गई तो फर्जी बहाली प्रक्रिया का पर्दाफाश हो गया। छापेमारी के दौरान फर्जी बहाली करने की प्रक्रिया में संलिप्त नौ लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि, होटल मालिक एवं मैनेजर फरार हो गया।

अंचलाधिकारी ने दर्ज कराई 11 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज

इस संबंध में रहिका के अंचल अधिकारी राम प्रवेश प्रसाद ने नगर थाना में होटल मालिक एवं मैनेजर सहित 11 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है।

पुलिस इंस्पेक्टर सह नगर थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि फर्जी बहाली की प्रक्रिया में संलिप्त जिन नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उसमें जहानाबाद जिले के पाली थाना क्षेत्र निवासी राणा अमरजीत सिंह, गया जिले के वाजीरगंज थाना क्षेत्र निवासी रौशन कुमार, नालंदा जिला के तेलहाड़ा थाना क्षेत्र निवासी मनीष कुमार व राकेश कुमार, पटना जिला के दानापुर थाना क्षेत्र निवासी कमलेश कुमार व राकेश कुमार, गया जिला के बेलागंज थाना क्षेत्र निवासी देवेन्द्र कुमार, जहानाबाद जिला के घोसी थाना क्षेत्र निवासी धनंजय शर्मा और बेगूसराय जिला के तेघरा थाना क्षेत्र निवासी धर्मवीर कुमार शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए इन सभी नौ लोगों के साथ-साथ सिंघानिया होटल के मालिक संजय कुमार सिंह एवं मैनेजर कृष्ण कुमार चौधरी के विरूद्ध नगर थाना में रहिका के सीओ राम प्रवेश प्रसाद ने नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। होटल के मालिक एवं मैनेजर मधुबनी जिले के खजौली थाना क्षेत्र स्थित कन्हौली गांव के रहने वाले हैं। होटल के मालिक व मैनेजर छापेमारी के दौरान फरार हो गए। छापेमारी के दौरान 77 रजिस्ट्रेशन फार्म भी बरामद किया गया, जिसमें विभिन्न अभ्यर्थियों का पूर्ण विवरणी एवं पासपोर्ट साइज का फोटो चिपकाया हुआ है और शैक्षणिक प्रमाण पत्र, कंप्यूटर प्रमाण पत्र, बैंक खाता, आधार कार्ड व पैन कार्ड की छाया प्रति संलग्न थी। अवैध बहाली की प्रक्रिया में संलिप्त लोगों का मोबाइल भी बरामद किया गया। इसके अलावा तीन हजार सात सौ रुपये नगद भी बरामद हुआ ।

Related Post