Friday, May 17 2024

एक ठेला वाला से साइड मांगने से उत्पन्न विवाद में 3 दिनों से बाजार बंद

FIRSTLOOK BIHAR 23:43 PM बिहार

शेखपुरा : बिहार के शेखपुरा जिले के अरियरी प्रखंड अंतर्गत ससबहना बाजार पिछले 3 दिनों से बंद है। ससबहना बाजार को बंद कराने में एक ठेला चालक की भूमिका महत्वपूर्ण है और मामूली से विवाद में जब ठेला चालक की पिटाई हो गई तो यह विवाद इतना बड़ा हुआ कि 2 गांव के बीच वर्चस्व की लड़ाई छिड़ गयी है। वर्चस्व व मोच की लड़ाई ने ऐसा रूप धारण कर लिया कि 3 दिनों से ससबहना का बाजार बंद है। दबंग के द्वारा पूरे ससबहना पर जुर्माना लगाया गाया है।

शिवरात्रि के दिन हुआ था विवाद

दरअसल यह पूरा मामला शिवरात्रि के दिन का है। ससबहना बाजार में शिवरात्रि के दिन झारखंड के बोकारो से आए कलाकारों के द्वारा शिव बारात की बेहतरीन झांकी निकाली जाती है। इस वर्ष भी झांकी निकाली गई। इस झांकी को देखने के लिए आसपास के एक दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीण जुटे। इसी झांकी में चल रहे लोगों के बीच विवाद का मामला सामने आया।

सड़क पर लगा हुआ था ठेला, स्कार्पियो चालक ने मांगी जगह

यह पूरा मामला शिव बारात झांकी में सड़क के किनारे लगे एक ठेला चालक से एक स्कार्पियो चालक के द्वारा जगह मांगने का है। मिली जानकारी में बताया गया कि शिव बारात के दौरान काफी भीड़ थी। भीड़ के आगे एक ठेला लगा हुआ था । इस वजह से सुमका गांव का एक स्कार्पियो जाम में फंस गया। आधे घंटे तक जाम में फंसे रहने के बाद स्कार्पियो चालक ने जब ठेला चालक घुसकुरी गांव निवासी भोला महतो को ठेला हटाने के लिए कहा तो वह भड़क गया। इसी बीच स्कार्पियो चालक ने ठेला चालक की पिटाई कर दी। विवाद बढ़ गया। स्कार्पियो चालक ससबहना गांव का रिश्तेदार निकला। गांव के लोगों ने स्कार्पियो चालक का साथ दे दिया।

ठेला चालक के सब्जी खेत को किया बर्बाद

विवाद के आग में घी डालने का काम तब हुआ जब उसी रात ठेला चालक जो सब्जी की खेती भी करता है उसके खेत को नष्ट कर दिया गया । 10 कट्ठा में लगे फूलगोभी और बैगन की फसल को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया और उसी रात ससबहना गांव के तीन बोरिंग से स्टार्टर की चोरी हो गई। फिर यह विवाद दो गांव के बीच मोच का सवाल हो गया। सुबह में जब सब्जी के फसल बर्बाद होने की सूचना मिली तो घुसकुरी गांव के दबंग बाजार में लाठी डंडा के साथ पहुंच गए । पहले रोड जाम कर दिया, फिर बाजार को बंद करा दिया। दोनों गांव के बीच विवाद बढ़ने पर गांव के लोगों ने पंचायत बुलाई । पंचायत में दोनों गांव के लोग लगातार बातचीत करते रहे पर विवाद नहीं सुलझा। 3 दिनों तक बाजार एक ठेला चालक और उसके गांव वालों के द्वारा बंद कराया गया। इसी विवाद में पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी से मिलने शुक्रवार को गांव की महिलाएं पहुंची।

एक जनप्रतिनिधि पति पर महिलाओं ने लगाया आरोप

दरअसल इस पूरे मामले में पंचायत के जनप्रतिनिधि पति की भूमिका को लेकर एसपी और जिलाधिकारी से मिलने आई महिलाओं ने आरोप लगाया । महिलाओं का आरोप था कि बाजार बंद कराने में जनप्रतिनिधि पति की भूमिका अहम है और उसी के इशारे पर उसके समर्थक धमकी देकर बाजार को बंद करा रहे हैं। नहीं तो परिणाम भुगतने की बात कहते हैं।

इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक को आवेदन देने के लिए आई महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की। तब इसपर पहल की गई और प्रखंड विकास पदाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को गांव भेजा गया। पुलिस पदाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा गांव में सभी पक्ष को बुलाकर पंचायत की गई और फिर दुकान खोलने का आश्वासन दिया गया ।

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