भागलपुर : तीन मार्च की रात भागलपुर में हुए भीषण धमाके के मास्टरमाइंड मुहम्मद आजाद पुलिसिया पूछताछ में धमाके पर पड़े रहस्य की परतें खोलने लगा है। तीन दिनों की रिमांड पर पूछताछ के लिए लाए गए आजाद पहले दिन पुलिस पदाधिकारियों को खुद की संलिप्तता कबूल नहीं करते हुए इधर-उधर गोल-गोल घुमा रहा था। लेकिन उसे शायद पता नहीं था कि उसकी कमजोर नसों की एसएसपी बाबूराम ने जख्मी नवीन मंडल आतिशबाज से सख्त पूछताछ में जानकारी ले रखी थी। बुधवार की देर रात पूछताछ में एसएसपी ने सख्ती बरती तो वह पहले बारूद-पटाखा-विस्फोटक पदार्थों के गैरकानूनी धंधे में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली। फिर वह धमाके के पीछे की अहम जानकारियां देने लगा। तीन मार्च की रात को उसके घर हुआ भीषण धमाका घातक पटाखा बनाते समय हुआ। बताया जा रहा है कि आजाद ने पूछताछ में यह स्वीकार की है कि उसके मकान में अमोनियम नाइट्रेट, बारूद, सल्फर आदि का भंडारण किया हुआ था। आजाद ने यह बात भी कबूल की है कि पटाखा के अवैध निर्माण और विस्फोटक पदार्थों के गैरकानूनी धंधे की उसे वर्षों से जानकारी थी। उसने लीलावती और उसके कुनबे में मोटी पूंजी लगा रखी थी।
पटना रेफर किये गए जख्मी नवीन मंडल उर्फ नवीन आतिशबाज ने पहले ही पूछताछ में पुलिस को आजाद की संलिप्तता की पुस्ट जानकारी दे रखी थी। उस आधार पर आजाद से पूछताछ में सख्ती दिखा उसकी धमाके में संलिप्तता के साक्ष्य जुटाना शुरू कर दिया है। इसमें पुलिस को पूर्व में तकनीकी जांच में साक्ष्य मील थे रिमांड बाद विस्फोटकों की बरामदी ने मुकम्मल साक्ष्य प्रकट कर दिया है। आजाद से पुलिस और जानकारियां सख्ती से पूछताछ में ली है कि उसने घर मे अमोनियम नाइट्रेट समेत अन्य विस्फोटक पदार्थ कहां-कहां से लाये जाते थे। आजाद ने धंधे में पूंजी निवेश, इसके नेटवर्क में शामिल बिहार-झारखण्ड और पश्चिम बंगाल के सदस्यों की भी जानकारी दी है। नवीन से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने गुरुवार को भी छापेमारी करते हुए हुसैनाबाद, बबरगंज, मोजाहिदपुर और कजरैली से बारूद समेत अन्य निर्माण सामग्री बरामद की गई है।