Friday, May 17 2024

बिम्सटेक छात्रवृत्ति का बढ़ेगा दायरा, पीएम ने कहा- हो रहा काम

FIRSTLOOK BIHAR 23:58 PM बिहार

नालंदा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुनैना सिंह ने दायरा बढ़ाने के लिए दिया था प्रस्ताव

बिहारशरीफ (नालंदा): बिम्सटेक छात्रवृत्ति का दायरा बढ़ेगा। कल यानी 30 मार्च को पांचवें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी ने इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने इस योजना के विस्तार के लिए नालंदा विश्वविद्यालय के प्रस्ताव पर काम करने की बात सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। मोदी ने कहा कि विवि का यह एक अच्छा सुझाव है। इसपर काम हो रहा है। नालंदा विश्वविद्यालय में अभी बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार तथा थाईलैंड सहित दो दक्षिण पूर्व एशिया देश समेत 30 देश के बच्चें इस योजना से पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रवृत्ति का दायरा बढ़ने पर एशियाई देशों के अलावा अन्य देश के बच्चों को भी इसका लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत पढ़ने वाले बच्चों की संख्या भी बढ़ेगी। अभिभावकों पर बच्चों की पढ़ाई के लिए खर्चाें का बोझ कम होगा।

खोई हुई विरासत को पाने के लिए अग्रसर

अभी 20 से अधिक बच्चे बिम्सटेक छात्रवृत्ति से पढ़ रहे नालंदा विवि में नालंदा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के भाग लेने वाले देशों की ओर से समर्थित एक स्नातकोत्तर, शोध-गहन, अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय है। नालंदा एक ऐसे विश्वविद्यालय के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, जिसने पूरे एशिया समेत अन्य देशों के छात्रों व विद्वानों को अपनी ओर आकर्षित किया है। अपनी खोई हुई विरासत को पुन: प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। यहां अभी 31 देशों के बच्चे पढ़ रहे हैं। बिम्सटेक छात्रवृत्ति से भी 20 से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। इस छात्रवृत्ति योजना में बच्चों का एकमुश्त प्रवेश शुल्क, शिक्षण शुल्क, छात्रावास व आकस्मिक भत्ते मिलते हैं।

छात्रों के अन्य खर्चों को भी इसमें समाहित किया जाता है।

कुलपति प्रो. सुनैना सिंह ने प्रधानमंत्री को दिया धन्यवाद

नालंदा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुनैना सिंह ने विश्वविद्यालय की ओर से प्रस्तावित बिम्सटेक छात्रवृत्ति कार्यक्रम के दायरे को और विस्तार करने और समुद्री विज्ञान में संयुक्त अनुसंधान में सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। कहा कि सम्मेलन में शामिल देश बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती क्षेत्रों में पारस्परिक तकनीकी और आर्थिक सहयोग व एकता का क्षेत्रीय निर्माण करते हैं। विवि के आफिशियल ट्विटर हैंडल से सम्मेलन की तस्वीरें भी साझा की गईं हैं।

छात्रवृत्ति के लिए क्या है पात्रता अंतरराष्ट्रीय छात्र इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित किसी भी मास्टर या डाक्टरेट डिग्री विषय में पढ़ाई कर सकते। मास्टर प्रोग्राम के लिए छात्र के पास कम से कम 2.2 या उससे ऊपर के ग्रेड प्वाइंट एवरेज (जीपीए) के साथ चार प्वाइंट स्केल या समकक्ष के साथ न्यूनतम 15 साल के पूर्व अध्ययन के साथ स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। डाक्टरेट कार्यक्रम के लिए कम से कम 65 प्रतिशत अंकों के साथ मास्टर डिग्री या समकक्ष ग्रेड प्वाइंट एवरेज (जीपीए) होना चाहिए।

विवि की वेबसाइट से आवेदन का सकते डाउनलोड योजना का लाभ लेने के लिए अंतरराष्ट्रीय छात्रों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट से आवेदन पत्र डाउनलोड करना होता है। आवेदन करने के लिए परिचय पत्र और अनुशंसाओं या संदर्भों के दो पत्र प्रस्तुत करने होंते हैं। एक विस्तृत शोध प्रस्ताव, किसी भी शोध के साक्ष्य जैसे नमूने या प्रकाशित पत्र लिखना (कम से कम दो से तीन) देने होते हैं। नालंदा विश्वविद्यालय को चुनने का कारण बताते हुए उद्देश्यों का विवरण (एसओपी) देना होता है। इसके बाद ट्रांजेक्शन आइडी/भुगतान को foreignstudents@nalandauniv.edu.in पर भेजना होता हैे।

Related Post