मुजफ्फरपुर : ललित नारायण मिश्र कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेन्ट, मुजफ्फरपुर के सभागार में युवा पीढ़ी और पत्रकारिता की समाज निर्माण में भूमिका विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर प्रभात खबर हिन्दी दैनिक के स्थानीय सम्पादक पवन प्रत्यय आमंत्रित थे। संस्थान के कुलसचिव डॉ केएस शेखर ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार विधान सभा के सदस्य एवं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा और मुख्य वक्ता को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ श्याम आनन्द झा ने उपस्थित अतिथियों और छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए कहा कि युवाओं को समाज निर्माण में योगदान तय करने में पहले व्यक्तिगत लक्ष्य निर्धारित करने की जरूरत है।
मीडिया लिटरेसी युवाओं में तथ्यों को पढ़ने, समझने और परखने की क्षमता विकसित करती है : पवन प्रत्यय
मुख्य वक्ता के तौर पर पवन प्रत्यय ने अखबार द्वारा समाज की मूल समस्याओं को चिन्हित करने की ओर सुझाव दिया जिससे पत्रकारिता की भूमिका सही तौर पर सुनिश्चित हो सके। भारतीय समाज के विभिन्न कालखण्ड में पत्रकारिता की भूमिका को उद्दृत करते हुए युवाओं को मीडिया लिटरेसी के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मीडिया लिटरेसी युवाओं में तथ्यों को पढ़ने, समझने और परखने की क्षमता विकसित करती है। प्रिन्ट मीडिया समाचार को विभिन्न मानदण्ड पर आकलन कर प्रकाशित करता है जबकि अन्य डिजिटल चैनल पीत पत्रकारिता ज्यादा परोसते हैं। जिससे समाज के लोगों में आवेग पूर्ण निर्णय और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं।
उन्होंने छात्र-छात्राओं को बताया कि किताबें, पत्रिकाएं और अखबार, शिक्षा के अलावा मानव की सोच को दिशा प्रदान करती है और यह व्यक्तिगत रूप से लोगों को दैनिक समय प्रबंधन में सहायक सिद्ध होता है। अपने संभाषण को विराम देते हुए उन्होंने छात्र-छात्राओं को उनके भावी जरूरतों को पहचानने, उनके लिए योजना बनाने और उन पर अनुपालन करने हेतु प्रेरित किया।
अखबार न केवल भाषा उत्थान बल्कि व्यवहार व निर्णय क्षमता को विकसित करने में सहायक रहा है
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री, बिहार सरकार, नीतीश मिश्रा ने कहा कि जीवन की सार्थकता हासिल करने में नैतिकता और मानवीय मूल्य अत्यंत आवश्यक तत्व हैं। आज के तकनीकी युग में मनुष्य स्वयं ही शीघ्रता में लिये गये निर्णयों से त्रासदी पूर्ण जीवन व्यतीत कर रहा है। अखबार न केवल भाषा उत्थान बल्कि व्यवहार और निर्णय क्षमता को विकसित करने में सहायक रहा है। वर्तमान में अधिकतर इलेक्ट्रोनिक मीडिया में प्रसारित तथ्य मर्यादा का उल्लंघन करते दिखते हैं जो समाज को दिग्भ्रमित करता है। अतः यह सुनिश्चित करना है कि हम अपने प्रति जबावदेह हों और सामाजिक शिकायतों को दरकिनार कर व्यक्तिगत स्तर पर धैर्य के साथ कठिनाईयों को झेलते हुए मंजिल हासिल करें।
उन्होंने कहा कि अगर हर व्यक्ति सिर्फ अपने नैतिक दायित्वों को समझकर उसका पालन करे तो हमारा देश एक बार फिर अपने स्वर्णिम काल को प्राप्त कर सकता है।
छात्र - छात्राओं से सीधा संवाद
कार्यक्रम के अन्त में छात्र-छात्राओं को वक्ताओं से सीधा संवाद स्थापित करने का अवसर प्राप्त हुआ। जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गये प्रश्नो का वक्ताओं ने समाधान बताया जिससे वह काफी संतुष्ट हुए।
महाविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ॰ वी॰ पाठक ने सभी वक्ताओं, अतिथियों और छात्र-छात्राओं को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी संकायों के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी भी उपस्थित थे।